अगले हफ्ते 18 सितंबर को गूगल एक UPI पर आधारित मोबाइल एप्लीकेशन लांच करने जा रहा हैं जिसके जरिए गूगल इंडिया के बढ़ते डिजिटल पेमेंट इको सिस्टम में एंट्री करेगा और इस एप्लीकेशन का नाम हैं तेज. जैसे Google हर प्रोडक्ट में कुछ ना कुछ नया अलग करता हैं तो वैसे ही इसके नाम से पता चलता है कि इसमें कुछ खास होगा.
UPI एक ऐसी भुगतान प्रणाली है जो नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया(NCPI) द्वारा शुरु की गई और यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित है यह हमें दो बैंक खातों के बीच में मोबाइल प्लेटफार्म से तत्काल ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है यह अन्य प्रणालियों की तुलना में अधिक तेज है.
इंडिया की बढ़ती डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में अन्य बड़ी कंपनियां भी भाग लेने की कोशिश कर रही है जैसे WhatsApp भी यूपीआई पर आधारित पेमेंट सिस्टम के लिए इन NCPI से बात कर चुका है अगर WABetaInfo की माने तो WhatsApp अपने प्लान को नया रूप देने के लिए बैंक टू बैंक पेमेंट ट्रांसफर के लिए UPI सिस्टम का उपयोग करेगा.
ऐसा कोई पहली बार नहीं हो रहा है कि कोई बड़ी कंपनी UPI सिस्टम प्रणाली को अपना रही है या फिर ऑनलाइन बैलेंस ट्रांसफर के लिए कोई सर्विस प्रदान कर रही है. इनसे पहले WeChat, Hike जैसे मैसेंजर भी यूपीआई बेस्ट सर्विस प्रदान करते हैं
देखना यह है यह Google किस तरह से अपने आप को इन सबके बीच में एक अलग तरीके से प्रजेंट करता है और इंडिया का कितना बाजार अपने पास खींच पाता है और किस तरह से अपने पैर जवाब आता है
अगर फाइनेंसियल एक्सप्रेस की माने तो इंडिया के अंदर डिजिटल पेमेंट सिस्टम 2017 के अंत तक 3 गुना ज्यादा बढ़ जाएगा. करीब-करीब 50 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक (PoS) मशीन इंडिया के अंदर होंगी. इस हिसाब से इंडिया के अंदर डिजिटल पेमेंट सिस्टम 3 गुना ज्यादा बढ़ जाएगा. ऐसे में गूगल को इंडिया में अपने पैर जमाना लाजमी हो गया.