14 मार्च 1879 को दुनिया के 1 मशहूर वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म हुआ था और इसी दिन मतलब 14 मार्च सन 2018 को एक बहुत बड़े वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग जिन्होंने ब्रह्मांड के रहस्य से पर्दा हटाया था का निधन हो गया. स्टीफन हॉकिंग के निधन की जानकारी उनके परिवार वालों ने दी. 70 वर्ष की उम्र में विश्व के प्रसिद्ध साइंटिस्ट ने अपनी अंतिम सांस ली.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्टीफन हॉकिंग एक साइंटिस्ट होने के साथ-साथ लेखक भी थे जिन्होंने बेस्टसेलर बुक’अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’ मिलेगी. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में सैद्धांतिक ब्रह्मांड विज्ञान केन्द्र (सेंटर ऑफ थियोरेटिकल कोस्मोलॉजी) के शोध निर्देशक भी रहे.
1963 में स्टीवन हॉकिंग को 21 साल की उम्र में डॉक्टरों ने बता दिया था कि उनको मोटर न्यूरॉन नामक लाइलाज बीमारी है और जिस कारण वह ज्यादा से ज्यादा 2 वर्ष तक जिंदा रह सकते हैं अगर इसके बाद भी वह पढ़ने के लिए कैम्ब्रिज चले गये और एल्बर्ट आइंस्टिन के बाद दुनिया के सबसे महान सैद्धांतिक भौतिकीविद बने.
हॉकिंग एक महान वैज्ञानिक होने के साथ-साथ अद्भुत व्यक्ति भी थे जिनके कार्य और विरासत आने वाले एक लंबे समय तक याद की जाएगी उन्होंने अपनी दृढ़ प्रतिज्ञा और बुद्धिमत्ता के साथ साथ हास्य-व्यंग्य से दुनिया में लोगों को प्रेरित किया, ‘उन्होंने एक बार कहा था, अगर आपके प्रियजन ना हों तो ब्रह्मांड वैसा नहीं रहेगा जैसा है. हम उन्हें हमेशा याद करेंगे.’