हरदोई – केंद्र की मोदी सरकार के तमाम दावा के बावजूद ग्रामीण इलाको में आज भी अधिकतर घरो में शौचालय का प्रयोग नही होता है तो कुछ घरो में शौचालय न होने से वो खुले में शौच जाते है तो कुछ के घर में शौचालय होने के बावजूद वो लोग शौचालय का प्रयोग नही करते है। और सरकार द्वारा बनवाये गये शौचालय निजी काम में प्रयोग किये जा रहे है।
किसी ने शौचालय में कण्डे भरे है। तो किसी ने अन्य समान भर रखा है तो किसी का शौचालय प्रयोग न होने से जर्जर हालत में हो गया है लेकिन ये लोग शौचालय का प्रयोग नही करते है। कुछ के सरकारी बने शौचालय का समान ही गायब है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है और सरकार के तमाम दावो को ये तस्वीरे आईना दिखा रही है लेकिन जुम्मेदार इस ओर ध्यान नही देते है।
बताते चले की बेहंदर ब्लाक के करलावाँ ग्राम में बने शौचालय अधिकतर खराब पड़े है और किसी का समान गायब है तो किसी में कण्डे भरे है तो कोई बिल्कुल ही जर्जर हालत में है लेकिन इस ओर किसी भी जुम्मेदार की नजर नही पड़ रही। सरकार द्वारा नियुक्त किये गये स्वछता ग्राही भी गाँवो में जाकर सिर्फ खाना पूर्ति कर इतिश्री कर लेते है और लोग आज भी शौचालय होने के बावजूद खुले में शौच को जाते है। आखिर कब होगे ग्रामीण क्षेत्र खुले में शौच मुक्त होगा।
[स्रोत- लवकुश सिंह]