हिंगोली जिले के ग्राम कलम नूरी के निवासी 45 वर्षीय नामदेव वामन दांडेकर कि तबीयत खराब होने के कारण उनकी पत्नी 40 वर्षीय उज्जवला नामदेव दांडेकर तथा 20 वर्षिय बेटा सचिन नामदेव दांडेकर एक परिचित उपचार के लिए उन्हें अकोला आने के लिए इंटरसिटी काचीगुड़ा एक्सप्रेस के सामान्य बोगी में शुक्रवार को सवार हुए थे ट्रेन बार्शी टाकली रेलवे स्टेशन से निकलकर अकोला की ओर रवाना हुई थी.
लोहगड के पोल क्रमांक 94 के पास पहुचते हुए नामदेव ट्रेन से नीचे गिर पड़े वहीं पर खड़ी उनकी पत्नी उज्वला होने पकड़ने के लिए चक्कर में वह भी गिर गई यह बात उनके परिजन तथा यात्रियों के ध्यान में आते हि ट्रेन की चेन खींच कर गाड़ी को रोका गया यात्रियों ने गांर्ड को बताया कि 2 यात्री नीचे गिर पड़े जिससे गार्ड ने ट्रेन के चालक तथा रेलवे स्टेशन प्रबंधक से बात करते हुए.
ट्रेन को तकरीबन आधा किलो मीटर पीछे ले कर गए यात्रियों ने दोनों घायलों को बोगी में डाला तथा ट्रेन अकोला रेलवे स्टेशन पर पहुंचे जहां पर उपस्थित डॉक्टर ने दोनों घायलों की जांच करने के पश्चात नामदेव को मृत घोषित कर दिया जबकि गंभीर रूप से घायल उज्वला को उपचार के लिए स्वोपचारअस्पताल में भर्ती कराया गया.
किंतु शुक्रवार की शाम उपचार के दौरान उनकी भी मौत हो गई यह घटना शुक्रवार के सुब्हा घटी इस मामले में अकोला जीआरपी पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी.
[स्रोत- शब्बीर खान]