इंग्लैंड और वेल्स की धरती पर हो रहे चैंपियंस ट्रॉफी में एक बड़ा उलटफेर हो गया. किसी नेभी नहीं सोचा था कि विश्व रैंकिंग में दूसरे पायदान पर काबिज टीम इंडिया को खराब फॉर्म से जूझ रही छठे नंबर की टीम श्रीलंका से मात खानी पड़ेगी. भारत द्वारा दिए 321 रनों के लक्ष्य को श्रीलंका ने बड़ी आसानी से 8 गेंद शेष रहते हासिल कर यह मैच 7 विकेट से जीत लिया. इस तरह श्रीलंका ने चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार 7 मैच जितने वाली भारतीय टीम के विजयी रथ पर रोक लगा दी. इस उलटफेर से चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप बी के सारे समीकरण बिगड़ गए हैं और टूर्नामेंट की प्रबल दावेदार भारत को इससे एक बड़ा झटका लगा है.
कहते हैं क्रिकेट में उलटफेर होना अच्छी बात होती है. इससे लोगों में खेल के प्रति रूचि बढ़ती है और प्रतिस्पर्धा जीवंत हो उठती है. ऐसा ही कुछ चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में हो रहा है. ग्रुप बी में शुरू से ही सेमीफाइनल की दौड़ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के प्रवेश कर जाने के कयास लगाए जा रहे थे. अपने पहले ही मैच में दोनों ही टीमों ने विपक्षी टीम को बड़े अंतर से हरा कर अपनी दावेदारी मजबूत की थी. एक तरफ जहां भारत ने पाकिस्तान को 124 रनों से हराया, वहीं दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को 96 रनों से मात दी. लेकिन दूसरे ही मैच में पासा पलट गया. पाकिस्तान ने वर्षा बाधित मैच में दक्षिण अफ्रीका को हराया और श्रीलंका ने भारत को. इस प्रकार ग्रुप बी में सभी टीमों के 2-2 अंक हो गए हैं. ग्रुप बी में अब अगले मैच, नॉकआउट मैच की तरह खेले जाएंगे. यदि वर्षा की वजह से बचे हुए दोनोंमैच रद्द हो जाते हैं, तब उस स्थिति में भारत और दक्षिण अफ्रीका बेहतर रनरेट के आधार पर सेमीफाइनल में प्रवेश कर जाएंगे.
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विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम भारत के लिए श्रीलंका से हारना किसी सदमे से कम नहीं है क्योंकि अब उसका मुकाबला 11 जून को विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज दक्षिण अफ्रीका से होगा. विश्व की इन दो श्रेष्ठ टीमों के बीच खेले जाने वाले इस महामुकाबले में अगर भारत हार जाता है तो भारत इस टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगा और दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुंच जायेगी. हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में इन दोनों टीमों के बीच हुए तीन मैचों में दक्षिण अफ्रीका एक बार भी भारत को हरा नहीं पाई है. करो या मरो वाले इस मुकाबले में जो टीम दबाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी, उसी को मिलेगा सेमीफाइनल में जाने का टिकट. ठीक ऐसा ही दबाव श्रीलंका और पाकिस्तान के बीचे होने वाले मैच में भी होगा.