हिंदी फिल्म जगत की दुनिया में गैंग ऑफ वासेपुर जैसी हिट फिल्मों मैं अपने हुनर का लोहा मनवाने वाले पीयूष मिश्रा का जन्म 13 जनवरी 1963 को ग्वालियर में हुआ था.
पीयूष मिश्रा हिंदी सिनेमा जगत में एक मशहूर अभिनेता, म्यूजिक डायरेक्टर, स्टोरी राइटर, गीतकार, गायक के रुप में जाने जाते हैं.पीयूष मिश्रा की जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होगी. क्योंकि पीयूष हर एक क्षेत्र में उतने ही सक्षम और सफल हैं चाहे वह म्यूजिक, एक्टिंग या फिर सिंगिंग क्यों ना हो.
पीयूष का बचपन ग्वालियर में ही बीता जहां उनके बचपन का नाम प्रियकांत शर्मा था. पीयूष मिश्रा के अनुसार वह अपनी बड़ी बहन तारा देवी मिश्रा के साथ रहते थे. क्योंकि उन्हें कोई बच्चा नहीं था. पीयूष बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही एक्टिंग सिंगिंग और पेंटिंग में काफी दिलचस्पी नहीं है. हालांकि उसके पिताजी उन्हें उनकी इन्हीं गतिविधियों के कारण पीयूष को पढ़ने के लिए मठ में भेजना चाहते थे.
पीयूष जब आठवीं कक्षा में थे. तब उन्होंने अपनी पहली कविता लिखी जो कि देश विद्रोह पर आधारित थी.इसी के साथ पीयूष जिला अदालत में एक हलफनामा कर दिया जिसके बाद प्रियकांत मिश्रा से बदलकर उनका नाम पीयूष मिश्रा हो गया.
पीयूष मिश्रा ने अपने दोस्त प्रिया नारायणन से 1995 में शादी कर ली. पीयूष हैं वह प्रिया से 3 साल पहले मिले थे. जिसके बाद उन्होंने टैग कर लिया था कि वह प्रिया को अपना जीवन साथी बनाएंगे. प्रिया तथा पीयूष आज दो के बच्चों के माता पिता हैं जिनका नाम जोश तथा जय है. आज पीयूष मिश्रा अपने परिवार के साथ बेहद सादा व सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
इसी के साथ पीयूष दिल्ली आकर उन्होंने अपना करियर थिएटर में शुरू कर दिया. फिर क्या था कुछ ही समय बाद पीयूष एक बेहतर निर्देशक अभिनेता होने के साथ-साथ गीतकार और गायक के रूप में भी सामने आए, जहां उनका प्रदर्शन प्रशंसा के लायक था और उन्होंने अपना सिक्का किसी के साथ फिल्म जगत में जमा लिया.
पीयूष मिश्रा ने 2012 में गैंग ऑफ वासेपुर पार्ट वन तथा शौकीन जैसी हिट फिल्मों में अपने बेहतर अभिनय को प्रस्तुत किया जो लोगों द्वारा काफी सराहा गया. पीयूष मिश्रा के जीवन के कुछ बेहतरीन फिल्में थी जैसे मकबू (2003), गोलला (फिल्म), 2009, हुस्ना (एमटीवी कोक स्टूडियो, 2012).