गतिमान प्रशासन का प्रचार, प्रसार करने वाले राज्य सरकार के खस्ता नियोजन से किसानों को आठ दिनों से डिजीटल सातबारा प्राप्त करने के लिये मुश्किल हो रही है. महा ऑनलइन, महाभुलेख व सेतु सेवा केंद्र से ऑनलाईन सातबारा न निकलने से किसानो को सातबारा के लिये परेशानियो का सामना करना पड रहा है.महा-ऑनलाइन व महाभुलेख का सर्वर डाऊन होने की वजह से सातबारा मिलना मुश्किल होने का दिखाई दे रहा है. सातबारा मतलब किसानो के खेती का महत्वपुर्ण दस्ताबेज है. किसानो को उनके गांव में अथवा कही भी ऑनलाईन सातबारा उपलब्ध होना चाहिए. तलाठी कार्यालय में जाने आने की दिक्कते बंद हो.
दस्ताऐवज में की गलतीयां बंद होने के उद्देश्य से शासनद्वारा सातबारा डिजीटल किया गया है केंद्र शासन के डिजीटल इंडिया लैंड रेकार्ड मॉडर्नायझेशन प्रोग्राम का भी एक हिस्सा है किंतु विगत दस दिनो से किसानों को यह महत्वपुर्ण दस्ताऐवज मिलने के लिये परेशान होना पड रहा है. डिजीटल सातबारा मिलने के लिये सेतु केंद्र में पहुचने वाले किसानो को सातबारा दिया नही जाता.
महा ऑनलाईन व महाभुलेख की वेबसाईट सुबहा 10 बजे से शाम 5 बजे तक डाऊन रहने से किसानो को सेतु केंद्र से व वेबसाईट पर से सातबारा मिलने के लिये मुश्किलो का सामना करना पड रहा हैं. विगत दस दिनो से दोनो भी संकेत स्थल का सर्वर डाऊन होने से यहा समस्या निर्माण होने का अकोला के सेतु केंद्र सचांलक व महा ऑनलाईन के व्यवस्थापक द्वारा बताया जा रहा है किंतु इस उलझन में किसानों को बिना वजाह परेशान होना पड रहा है.
[स्रोत- शब्बीर खान]