जब भी कभी हमें चोट लगती थी और नानी या दादी हमसे यही कहती थी कि हल्दी वाला दूध पी लो और आपने भी अक्सर चोट लगने पर हल्दी वाला दूध पिया होगा मगर क्या आपने कभी सोचा है कि चोट के वक्त हल्दी वाला दूध ही क्यों पिलाया जाता है और क्या यह सिर्फ चोट लगने पर ही काम में आता है या फिर किसी अन्य तरीके से भी लाभदायक है. तो इस लेख में हम बताने जा रहे हैं कि हल्दी वाले दूध से आप पेट की चर्बी को किस प्रकार से कम कर सकते हैं.
पेट घटाने से पहले हम आपको बता दें कि हमारे शरीर में दो प्रकार का फैट होता है. ब्राउन फैट और सफेद फैट (ब्राउन फैट शरीर को ऊर्जा देने के लिए जलाया जाता है और सफेद फैट को अतिरिक्त कैलोरी स्टोरेज के रूप में रख लिया जाता है ताकि भविष्य के उपयोग के लिए यह स्टोरेज काम में आ सकें). यदि आप मोटापे के शिकार हैं तो आपके शरीर में सफेद फैट जमा होता रहता है जो बाद में कभी काम में भी नहीं आता और यह भी दूसरे सेल की तरह ही कार्य करता है और जल्द ही ऑक्सीजन की मांग भी करने लगता है जिससे आपके शरीर में रक्त वाहिकाओं का एक नेटवर्क बनने लगता है और आप मोटापे शिकार होने लगते हैं.
सफेद फैट को ब्राउन फैट में बदलें
हल्दी वाला दूध सफेद फैट को ब्राउन फैट में बदलने का काम बहुत अच्छे तरीके से करता है जैसा कि हमने ऊपर बताया ब्राउन फैट ही जलकर हमारे शरीर को ऊर्जा देता है.
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एंटी डायबिटीज
डायबिटीज को दूर रखने का यह बहुत ही अच्छा उपाय है क्योंकि हल्दी शरीर में रक्त शर्करा के लेवल को कम करता है.
मोटापे से होने वाली सूजन को भगाए
कई बार देखा जाता है कि हमारे शरीर में मोटापे की वजह से सूजन भी पैदा होने लगती है स्थिति में हल्दी आपके बहुत काम आ सकती है क्योंकि हल्दी हमारे शरीर में बसा के ऊतकों में एडीओपोकिन्स पैदा करती है. हल्दी को भोजन में खाने से भी फ्री रेडिकल्स बनना बंद हो जाता है.
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खाने और व्यायाम पर भी दें ध्यान
मोटापा कम करने के लिए हल्दी दूध के साथ साथ आपको अपने खान-पान पर भी ध्यान रखना होगा यदि आप अपने खानपान का ध्यान नहीं रखेंगे तो आप वजन घटाने में नाकाम रहेंगे. खानपान के साथ साथ आपको नित्य व्यायाम भी करना होगा जिससे आपके शरीर को नई उर्जा मिल सके और जल्दी फैट घट सके.