शिवहर : भारत सरकार द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय देश एक ऐसा शिक्षण संस्थान हैं । जहां विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र के निर्धन प्रतिभावान छात्र/छात्राओं के अरमानों को पंख लगता हैं क्योंकि उन्हें यहां नि:शुल्क बेहतर शिक्षा सहित अन्य सुख सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं । नवोदय विद्यालय निर्धन छात्र/छात्राओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं निःसंदेह शिवहर जवाहर नवोदय विद्यालय ने भी देश को सैकड़ों बेशकीमती कोहिनूर हीरे तराश कर देने का काम किया हैं।
लेकिन विद्यालय प्रबंधन की कमी के कारण दर्जनों विद्यार्थियों को उसके हक से वंचित भी होना पड़ा हैं । इसी मुद्दें को लेकर छात्र एकता परिषद् शिवहर ने आंदोलन की चेतावनी दी हैं । छात्र एकता परिषद् शिवहर के अनुसार शिवहर नवोदय विद्यालय को खुले हुए लगभग 14 वर्ष हो चुके हैं। विद्यालय में नामांकन हेतु प्रति वर्ष 80 विद्यार्थियों का चयन होना था लेकिन प्रति वर्ष मात्र 40 विद्यार्थियों का ही चयन हो पाता हैं। इस बाबत जब विद्यालय प्रबंधन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि भवन के अभाव के कारण 40 विद्यार्थियों का ही चयन किया जाता था । लेकिन अब तो नवोदय विद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में स्थाई रुप से चल रहा हैं फिर भी ४० विद्यार्थियों का ही चयन हो रहा हैं ।
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इस मसले पर छात्र एकता परिषद् शिवहर के दीपक कुमार ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन की नाकामियों के कारण प्रत्येक वर्ष 40 विद्यार्थियों को चयन से वंचित होना पड़ता हैं फलस्वरूप उन विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।वहीं परिषद् के संयोजक राकेश कुमार चौधरी ने बयान जारी कर कहा कि अब छात्र एकता परिषद् विद्यालय प्रबंधन के नाकामियों को बर्दाश्त नहीं करेगी क्योंकि अब भवन की समस्या का निदान हो चुका हैं यदि इस समस्या का निदान जल्द से जल्द नहीं हुआ तो इसके लिए छात्र एकता परिषद् छात्र/छात्राओं के हित के लिए आंदोलन करेगी ।
[स्रोत- संजय कुमार]