सभी भारतवासियों के लिए एक दुख भरी खबर है पूर्व एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का शनिवार को दिल्ली के आर्मी अस्पताल में निधन हो गया है. अर्जन सिंह इस समय 98 वर्ष के थे, 1965 के भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में वायुसेना प्रमुख अर्जन सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी.
शनिवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने की वजह से उन्हें दिल्ली के आर्मी RR हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने शाम के समय अपने जीवन की अंतिम सांस ली.
एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह का जन्म 15 अप्रैल 1919 में पंजाब के ल्यालपुर में हुआ था किंतु पार्टीशन होने के बाद यह जगह अब फैसलाबाद पाकिस्तान में आ चुकी है. अर्जन सिंह का परिवार एक आर्मी परिवार कहा जाता था उनके पिताजी एक डिवीजन कमांडर के एडीसी के रूप में कार्य करते थे.
Marshal of Indian Air Force Arjan Singh passes away. He was admitted at Army Hospital R&R after he suffered a heart attack earlier today. pic.twitter.com/Uh4RqZ9NF2
— ANI (@ANI) September 16, 2017
प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री भी पहुंचे थे अस्पताल
आज सुबह जैसे ही खबर मिली की पूर्व एयर चीफ मार्शल अर्जन सिंह को दिल का दौरा पड़ा उसके बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण उनका हाल जानने के लिए दिल्ली के आर्मी अस्पताल पहुंचे वहां उन्होंने डॉक्टर से अर्जन सिंह की तबीयत के सुधार के बारे में बात की.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, अर्जन सिंह 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक वायु सेना के अध्यक्ष रहे थे, भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में हुई लड़ाई के दौरान वायुसेना अध्यक्ष अर्जन सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी जिसके लिए उन्हें 1965 में ही पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
अर्जन सिंह के जीवन मैं एक बड़ा पल तब आया जब उन्हें 2002 में फील्ड मार्शल के बराबर फाइव स्टार रैंक देकर प्रमोशन दिया गया था अर्जन सिंह भारतीय वायु सेना के एकमात्र ऐसे अधिकारी थे जिन्हें ये सम्मान दिया गया था.