तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं की हमदर्दी के बड़े बड़े वादे करने वाली बीजेपी चुनाव में उन्हीं महिलाओं के बुर्के पर सवाल खड़ा कर रही है, बीजेपी को लगता है चुनावों मे जो बोगस वोटिंग होती है उसमे बुर्का नकाब का काम करता है और फर्जी वोट डालकर आसानी से बच निकलने में मदद करता है, रमजान, कब्रिस्तान, पाकिस्तान के बाद अब पहनावे पर सवाल खड़ा करके क्या बीजेपी चुनाव को कीचड़ में ले जाना चाहती है, या फिर इस बात में कोई सच्चाई भी है जिसे नजरअंदाज किया जाता रहा है.
कब्रिस्तान शमशान के बाद यूपी में अब बुर्के पर हो रही है सियासत, यूपी विधान सभा चुनाव के छठे और सातवें चरण से पहले बीजेपी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है। पत्र में बुर्का पहनी मतदाताओं की जांच की बात कही गई है। बीजेपी ने शक जताया है कि बुर्का पहनी महिलाएं फर्जी वोट डाल रही हैं। बुर्कानशीं महिलाओं की जांच के लिए बीजेपी ने चुनाव आयोग से की शिकायत में कहा है कि हर बूथ पर बुर्के में आने वाली महिलाओ की जांच करके ही वोट देने दिया जाए, जिससे फर्जी वोटों पर लगाम लगेगी।
बीजेपी की तरफ से जेपीएस राठौर ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि एडिशनल फीमेल पुलिस फोर्स की तैनाती हर बूथ पर की जाए, जिससे फर्जी वोटर्स पर रोक लग सके। लेकिन बीजेपी की इस चिट्ठी पर विपक्ष ने बवाल मचा दिया है।
छठे और सातवें चऱण के चुनाव मुस्लिम बहुल इलाकों में पड़ रहे हैं, बीजेपी को ये चिंता सता रही है बुर्के की आड़ में बोगस वोटिंग बढ़ेगी और इस वजह से अब राजनीति श्मशान, कब्रिस्तान, होली दीवाली पर बिजली के बाद बुर्के तक आ पहुंची है।