दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से शुरू हुआ विवाद अब धीरे-धीरे देश के दूसरे विश्वविद्यालयों तक फैलता जा रहा है।
गुरुवार को चंडीगढ़ में एबीवीपी ने पंजाब यूनिवर्सिटी में तिरंगा मार्च निकालकर भारतीय सेना के समर्थन में नारे लगाए, दरअसल पंजाब यूनिवर्सिटी में सीमा आजाद के कार्यक्रम को लेकर एबीवीपी और लेफ्ट संगठन स्टूडेंट्स फॉर सोसाइटी यानी एसएफएस आमने-सामने है। एसएफएस ने अपने सेमिनार में हिस्सा लेने के लिए सीमा आजाद को बुलाया है।
लेकिन एबीवीपी इसका इसके विरोध में है। एबीवीपी का कहना है कि सीमा आजाद माओवादी है और देश विरोधी मामलों में उन्हें सजा भी सुनाई जा चुकी है। ऐसे में उन्हें बुलाना यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ने की साजिश है। यही नहीं… एबीवीपी का ये भी आरोप है कि एसएफएस से जुड़े छात्र भारतीय सेना को रेपिस्ट कहकर बुलाते हैं। लिहाजा तिरंगा मार्च निकालकर एबीवीपी ने एसएफएस के रुख पर विरोध जताया।
हालांकि टकराव की नौबत भांपते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एसएफएस के लिए बुलाए गए सेमिनार के लिए दी गई ऑडिटोरियम की इजाजत को रद्द कर दिया है। इसके बावजूद एसएफएस ने सेमिनार आयोजित करने की बात कही है। जबकि एबीवीपी विरोध की जिद्द पर है।
दिल्ली के रामजस कॉलेज से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जेएनयू में एक बार फिर विवादित पोस्टर नजर आया। वहीं कोच्चि के एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में अहिष्णुता के लिए कोई जगह नहीं होने का जिक्र किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी कैंपस में होने वाली हिंसा पर चिंता जताते हुए देशभक्ति पर बहस किए जाने पर जोर दिया।
हालांकि विपक्ष पूरे विवाद का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ रहा है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का आरोप है कि सत्ता चलाने वाले ही दहशत के माहौल को बढ़ावा दे रहे हैं। विवाद ने इस कदर तूल पकड़ा कि खिलाड़ी से लेकर बॉलीवुड की हस्तियां तक भी इसमें कूद पड़ीं। गीतकार जावेद अख्तर ने एक बार फिर इस मामले पर ट्वीट किया… जिसमें लिखा था ‘बहुत सारे युद्ध के दिग्गज और रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर ने गुरमेहर के बयान का समर्थन किया है। लेकिन वो शायद कुछ लोगों के लिए राष्ट्रवादी नहीं हैं।
रामजस विवाद के बाद एबीवीपी का विरोध जताकर गुरमेहर सुर्खियों में आई थी। हालांकि अब उसने भले ही पूरे मामले से खुद को अलग कर लिया है। लेकिन विवाद थमने के बदले बढ़ता ही नजर आ रहा है।

















































