राजधानी में मेट्रो किराए को लेकर खींचा गया खाका लगभग तैयार है. शासन की स्वीकृति के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा. हर दो साल में 10 फीसद किराया बढ़ाने को लेकर भी सिफारिशें की गई हैं. हालांकि यह फैसला फेयर फिक्सेशन कमेटी या फिर बोर्ड की संस्तुति के बाद प्रदेश सरकार पर निर्भर करेगा.
लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) ने कम से कम 15 और अधिकतम 65 रुपये का किराया फिक्स किया है. यह किराया दिल्ली व कोलकाता मेट्रो से काफी ज्यादा है. दिल्ली मेट्रो ने कई साल बाद अपने किराए में बढ़ोत्तरी की है और लखनऊ मेट्रो शुरुआती चरण में ही अपना किराया बढ़ाकर चलने की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक कोच्चि मेट्रो की तर्ज पर लखनऊ मेट्रो का किराया रखने की तैयारी है.
हर दो साल में किराया बढ़ाने का प्रस्ताव जनता की जेब पर बोझ डाल सकता है. उधर, मेट्रो के सफर में स्मार्ट कार्ड इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को दस फीसद छूट मिलेगी. मेट्रो द्वारा तैयार किराया सूची में एक से दूसरे स्टेशन के बीच किराया 15 रुपये, तीसरे से छठवें स्टेशन के बीच 20 रुपये, सातवें से नौ स्टेशन के बीच 30 रुपये, दसवें से तेरहवें स्टेशन के बीच 40 रुपये, चौदह से सत्रहवें स्टेशन के बीच 50 रुपये, अठारहवें से उन्नीसवें के बीच 60 रुपये और बीसवें स्टेशन से ऊपर 65 रुपये निर्धारित किया गया है.
जबकि कोलकाता मेट्रो में मिनिमम 5 व अधिकतम 25 रुपये किराया है. इसी तरह मुंबई मेट्रो का मिनिमम 10 अधिकतम 45 रुपये और बंगलुरु मेट्रो में मिनिमम किराया10रु व अधिकतम 30 रुपये है. दिल्ली मेट्रो का शुरुआती किराया 10 रुपये व अधिकतम 50 रुपये है. चंद दिन पहले नई सूची हुई जारी की है.