गांव गुमड़ में एक, ट्रांसफार्मर जो 33 फीट के रास्ते में है यह रास्ता गांव में अंदर जाने के लिए एकमात्र रोड है यह ट्रांसफार्मर 33 फीट के रास्ते के बीच में है ग्रामीणों का कहना है कि हम कई बार एसडीओ और जूनियर इंजीनियर को कई बार एप्लीकेशन दे चुके हैं लेकिन एप्लीकेशन देने के बावजूद भी उसका कोई समाधान नहीं किया गया है.
जब सुबह स्कूल बस आती है तो उनको आने जाने में बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ता है और ट्रैक्टर ट्राली अभी आती है तो उन्हें भी बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ता है क्योंकि रास्ता कम चौड़ा है बीच में ट्रांसफार्मर होने की वजह से यह प्रॉब्लम आ रही है एसडीओ ने ट्रांसफार्मर को शिफ्ट करने के लिए दो पोल भी मंगवाए थे जो ग्रामीणों अपने पैसों से लेकर के आए थे वह पोल भी ट्रांसफार्मर के पास पड़े हुए हैं लेकिन प्रशासन वह बिजली विभाग इसकी कोई भी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं कर रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि एसडीओ और जूनियर इंजीनियर अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और इस ट्रांसफार्मर की शिकायत CM विंडो में भी दी गई थी लेकिन उसका भी अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ ऐसे में ग्रामीणों का बहुत ही बुरा हाल है और सरकार को और बिजली विभाग को इस काम के लिए कोस रहे हैं और कई बार तो यहां दुर्घटना भी हो चुकी है बाइक आती है मोड होने की वजह से नहीं मुड़ पाती और सीधे जाकर ट्रांसफार्मर के पोल से टकराती है कई बार तो ग्रामीणों को बहुत बुरी तरह से चोट लग चुकी है लेकिन उसके बावजूद भी बिजली विभाग इस कार्य को करने में ऐसा विफल है.
ग्रामीणों का कहना है कि जिस दिन किसी भी ग्रामीण को अगर चोट लग गई तो हम चुप नहीं बैठेंगे यह बताना हम क्या कर देंगे यह कहना बहुत ही मुश्किल है कि बिजली विभाग इस काम को कब करेंगे ग्रामीणों बहुत ही गुस्से में कह रहे हैं कि वरना हमारा काम नहीं हुआ तो हमें मजबूरन रोड जाम करना पड़ेगा और हो सकता है कि प्रशासन वहां पर आए और किसी को नुकसान ना पहुंच जाए इसलिए उनकी सरकार से प्रार्थना है कि यह ट्रांसफार्मर को जल्दी से जल्दी दूसरी जगह शिफ्ट करवाया जाए.
इसको ऐसी जगह शिफ्ट करवाया जाएगी दोबारा से आने जाने में आम जनता को परेशानी ना उठानी पड़े इस परेशानी को लेकर के ग्रामीण कई बार एसडीओ ऑफिस भी जा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी सहायता प्राप्त नहीं हुई उनका सरकार से अनुरोध है कि जल्दी से जल्दी इस ट्रांसफार्मर को दूसरी जगह शिफ्ट करवाया जाए.
[स्रोत- सहदेव शर्मा]