इटावा : जसवंतनगर विधानसभा के बलरई थानांतर्गत ग्राम पंचायत नगला तौर में 555 साल पुराना माता ब्राह्मणी का मंदिर भक्तो की है बड़ी आस्था शिद्धपीठ माता ब्रह्माणी देवी के मंदिर पर लगने वाले मेले के नौवें दिन श्रद्धालुओं तथा झंडों की दिन भर लाइन लगी रही श्रद्धालुओं ने बारी बारी से हर्षोल्लास एवं शांति का परिचय देते हुए
झंडों को माँ के दरबार में चढ़ाया दुकानदारों की दुकानों से प्रशाद की विक्री खूब अच्छी हुई तथा महिलाओं के शौक श्रृंगार का बाजार मीना बाजार में भी अच्छी चमक दमक देखने को मिली हालाँकि अष्टमी और नवमी एक ही दिन की रही मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है
किद्वंतियों के मुताबिक महाराजा भदावर माता ब्रह्माणी को म्यांमार (बर्मा) देश से एक शर्त पर लेकर आये थे शर्त ये थी जिस जगह तुमने पीछे मुड़कर देखा में वही रुक जाऊंगी इसी जगह पर आकर राजा को एक आवाज सुनाई दी तो राजा ने पीछे मुड़कर देखा तो माता की मूर्ती ने विशाल रूप धारण कर लिया
और शर्त के अनुसार मंदिर का निर्माण महाराजा भदावर ने करवाया था मेले के अंदर जवारों की भी झलक देखने को मिली झंडा (नेजा) में तबले पर श्रद्धालु थिरकते नजर आये तो कुछ श्रद्धालु भूमि पर दंडवत करते हुए माँ के भवन तक जाते है वर्ष में 3 बार मेले का आयोजन होता है
हिंदी कैलेंडर के अनुसार चैत्र, आषाण, तथा अश्विन (क्वार) के महीनों में मेले का आयोजन होता है मेले में श्रद्धालुओं की लाखों की संख्या में भीड़ तथा 100 से अधिक दुकाने लगी हुई है माता ब्रह्माणी देवी पर 1000 हजार से ऊपर झंडा चढ़ाए जाने का अनुमान है पुलिस प्रशासन भी मेले की सुरक्षा में अहम् भूमिका निभा रहा है प्रशासन द्वारा सी सी टीवी कैमरे से पूरे मेले पर नजर रखी जाती है
सर्वोत्तम बल पी ए सी के जवान अपनी निगरानी में पूरे मेले पर नजर जमाए रखते है माता ब्रह्माणी मंदिर का नजारा देखते ही बनता है यहाँ आकर श्रद्धालु सुकून का अहसास करते है तथा माता से अपनी मुरादें पाकर घर वापस लौटते है
[स्रोत- मोहन सिंह राजपूत]