शिवहर : जिले के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, कलाकार, गीतकार, गायक चंद्रशेखर ‘विकल’ को उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर शिद्दत के साथ याद किया गया । पुण्यतिथि के अवसर पर गुरुकुल विद्यालय के सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा सह कवि सम्मेलन के आरंभ मेें कविराज चंद्रशेखर ‘विकल’ के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रध्दांजलि दी गई । तत्पश्चात कवि सम्मेलन आगाज किया गया।
जिसे जिले के सुप्रसिद्ध साहित्यकारों ने अपनी गरिमामयी उपस्थित से यादगार बना दिया साहित्यकारों ने अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी और एक से बढ़कर एक गीत, गजल, कविता शेरो-शायरी से उनकी यादें ताजा कर दी । वहीं वक्ताओं ने उनकी जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उन्हें साहित्य का सच्चा साधक एवं विलक्षण प्रतिभा का धनी व्यक्ति बताया ।
कार्यक्रम के अंत में जिले के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार एवं हास्य रस के चोटी के कवि बैद्यनाथ शाहपुरी को साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु कविराज चंद्रशेखर ‘विकल’ के सुपुत्र देशबंधु शर्मा द्वारा अंग वस्त्र प्रदान कर चंद्रशेखर ‘विकल’ सम्मान से सम्मानित किया गया । वहीं दूसरी ओर जिले के दो उभरते हुए युवा कवि रामदेव बुनियादी एवं मुकुंद प्रकाश मिश्र को भी कार्यक्रम के दौरान अंग वस्त्र ओढ़ाकर बिहार हिंदी साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिले के वरिष्ठ कवि इंद्रदेव ‘द्विजदेव’ तिवारी ने की जबकि संचालन युवा शायर मोहन फतहपुरी ने किया । मौके पर पद्मगंधा के प्रधान संपादक श्री चंदेश्वर सिंह, वरिष्ठ कवि सच्चिदानंद पाण्डेय, राजेंद्र सिंह, अधिवक्ता श्रीमती रानी गुप्ता, संघर्षशील युवा अधिकार मंच के संयोजक आदित्य कुमार, संघर्षशील युवा अधिकार मंच के महासचिव रवि वर्मा एवं युवा कवि संजय कुमार इत्यादि उपस्थित थे ।
[स्रोत- संजय कुमार]