दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ धक्का-मुक्की की घटना के बाद राजनीति अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई है विपक्षियों द्वारा आप तथा उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल को निशाने पर याद आ रहा है. इसी संबंध में दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि यह अरविंद केजरीवाल सरकार का आता है.
मनोज तिवारी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि जिस प्रकार यह घटना हुई है लगता नहीं कि वह एक संयोग मात्र है. घटना को देख कर लगता है कि इसे पहले से ही नियोजित किया गया था और सबसे बड़ी बात यह है कि मुख्य सचिव को 12:00 बजे रात में बैठक बुलाने की क्या जरूरत पड़ी.
मनोज तिवारी ने इस हिंसक घटना को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए CCTV रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक करने की मांग की है उनका मानना है कि है एक आतंक है दिल्ली के इतिहास में है एक काला दिन है संवैधानिक संकट प्रकट हो गया है. ऐसा होना बहुत ही दुखदाई है.
I am deeply pained by the happenings involving the Chief Secretary of the Delhi Government. The civil servants should be allowed to work with dignity and without fear: HM Rajnath Singh pic.twitter.com/fF1tKwaNBr
— ANI (@ANI) February 20, 2018
वहीं बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि जहां पर एक IAS ऑफिसर को लात मारी थप्पड़ मारा और गालियां दी गई वहां पर मुख्यमंत्री के साथ 9 विधायक मौजूद थे.
आप ने कहा गलत हैं आरोप
दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन का कहना है कि उपराज्यपाल को तुरंत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करनी चाहिए और आईएएस अधिकारियों को भरोसा दिलाना चाहिए. हालांकि मुख्य सचिव ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को इस घटना से अवगत कराया था.
इस संबंध में आम आदमी पार्टी का कहना है कि सारे आरोप गलत हैं हम पर लांछन लगाया जा रहा है जबकि हकीकत यह है कि आम आदमी पार्टी पर ही भीड़ ने हमला किया है.