तारानगर में एक तरफ जहां विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे है। तारानगर शहर अपने विकास की रफ्तार पकड़ चूका है और वंसुधरा के सुराज को प्रदर्शित करता दिख रहा है। तारानगर में प्रधानमंत्री के स्वच्छ्ता अभियान पर धरातलीय काम भी हुआ है।मगर आज भी तारानगर में बहुत सी जगह नगरपालिका की नज़र पड़ी नही है। यह नगरपालिका की नजर ना पड़ने से आम जन ने भी अपनी आंखे बंद कर ली हैं जिससे हर कोई अपनी जिम्मेदारी से भागता नजर आ रहा हैं और गंदगी बढ़ती जा रही हैं।
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ये तस्वीरें किसी आम जगह की भी नही है। ये दृश्य है, तारानगर के तारानगर-साहवा मार्ग से 200 मीटर दूरी पर सिथत शहर के जाने-माने किसान छात्रावास के पास का जिसमे आप देख सकते कितना गंदा पानी एकत्र हो रखा। इसमें फैला दूषित जल कई खतरनाक बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है और लोग इसे अनदेखा कर रहे है।
इतना ही नहीं अगर समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्द ही यहाँ एक बड़ा हदशा होने की भी आशंका हैं। इस सब के लिए न केवल नगरपालिका बल्कि आम नागरिक भी जिम्मेदार हैं जो इस सब बातो को अनदेखा कर इसको और दुर्गम बनाने पर तुले हुए हैं.
[स्रोत- विनोद रुलानिया]