बजरंग दल उज्जैन द्वारा 06 दिसंबर 2017 को शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में फ्रीगंज से ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर तक भगवा ध्वज यात्रा निकाली गई. जैसे ही ध्वज यात्रा तोपखाना क्षेत्र में पहुंची तो विवाद उत्त्पन हो गया और पुरे दिन विवादस्पद स्थिति बनी रही. जिसको काबू में लाने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया और बढ़ते हुए विवाद को देखते हुए पुलिस ने पूरा दिन क्षेत्र में कर्फ्यू लगाए रखा.फिरभी न्यूज़ रिपोर्टर के अनुसार भगवा ध्वज यात्रा बहुत ही शांत तरीके से फ्रीगंज से ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के लिए निकली मगर जैसे ही ध्वज यात्रा तोपखाना क्षेत्र में पहुंची तो बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय ने एकत्रित होकर ध्वज यात्रा जमकर विरोध किया और देखते ही देखते भीड़ ने यात्रा में शामिल लोगो पर पत्थर मारने लगे. काफी देर तक जमकर पथरबाजी हुई. इस पथरबाजी में यात्रा में शामिल कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए.
स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े मगर पुरे दिन तक बबाल थम न सका जिसके चलते पुलिस बल ने पुरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगाए रखा. अभी हालत काबू में हैं मगर इस प्रकार की घटना किसी बड़े सांप्रदायिक बबल को पैदा करने में कोई कसार नहीं छोड़ती हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 06 दिसम्बर 1992 को लाखो कारसेवको ने बाबरी मस्जिद के ढांचे को को तोड़ उस पर रातो रत मंदिर खड़ा किया था जिसमे राम-सीता की मूर्ति राखी गयी. 06 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद तोड़ने के बाद जगह जगह पर देश में सांप्रदायिक बबाल हुए और अयोध्या मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंच गया जिसका अभी फैसला आना बाकि हैं.
[स्रोत- जीवन सिंह वाघेला]