सबका साथ, सबका विकास- मोदी सरकार के इस नारे को पूरा करने में अहम भूमिका है डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट की जिसकी छाप जल्द ही गांव-गांव तक दिखने वाली है। देश का पहला डिजिटल ग्राम पंचायत केरला के कोट्ट्यम मै अयमानम कॊ जाता है।
केरला के और से उसका वेबसाईट भी बनाया है। इस बेवसाइट का पता डिजिटल अयमानम डाट काम है. डिजिटल इंडिया मुहिम के जरिए हर गांव में हाई स्पीड इंटरनेट पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य शासन की और से ग्राम पंचायत मै आपले सरकार सेवा केंद्र के मार्फत ग्रामविकास और महसूल विभाग के 400 सेवा 1 नवंबर से चालू हो गयी है।
भारत सरकार ने 2011 मैं राज्य मैं संग्राम डिजिटल चालू किया था। और डिजिटल क्रांती जब से चालू हो गयी तब से ग्राम पंचायत मै संगणक परिचालक काम करते थे। और उन्होने 3साल बहोत ही बेहतरीन काम करके दिखया। और यह संगणक परिचालक की वजह से महाराष्ट्र को ई पंचायत पुरस्कार मिल गया।
डिजिटल ग्राम पंचायत की वजह से सातबारा, 8अ, 11 आज्ञावली माहिती, जन्म मूर्ति नोंदणी, नाहरकत प्रमाणपत्र, बांध् काम प्रमाणपत्र, जगह की नोंद, विवाह नोंद, ऐसे 33 प्रकार के दाखले सब ग्रामपंचायत मै ऑनलाइन मिलेगे भारत की पंचायती राज प्रणाली में गाँव या छोटे कस्बे के स्तर पर ग्राम पंचायत या ग्राम सभा होती है जो भारत के स्थानीय स्वशासन का प्रमुख अवयव है। सरपंच, ग्राम सभा का चुना हुआ सर्वोच्च प्रतिनिधि होता है। प्राचीन काल से ही भारतवर्ष के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन में पंचायत का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। सार्वजनिक जीवन का प्रत्येक पहलू इसी के द्वारा संचालित होता था।
[स्रोत- बालू राऊत]