कल बीजेपी ने प्रत्याशियों की प्रथम लिस्ट जारी की जिसके बाद बीजेपी पार्टी के नेताओं में बगावत छिड़ गई टिकट ना मिलने से खफा नेताओं ने तुरंत अपने इस्तीफे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जीतू भगाने को तत्काल प्रभाव से थमा दिए. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हुई इस लिस्ट में 70 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं. कई नेता टिकट ना मिलने से बेहद नाराज नजर आए और नाराजी का आलम यह रहा कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपने इस्तीफे प्रदेश अध्यक्ष जीतू भगाने को तत्काल रूप से इस्तीफे दे दिए. इस डैमेज कंट्रोल को भरने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को देर रात तक पार्टी ऑफिस पहुंचना पड़ा और नेताओं से बात की.[Image Source: India Today]
हालांकि देर रात अमित शाह भाजपा कार्यालय गुजरात पहुंच तो गए मगर बताया जा रहा है कि लिस्ट जारी करने के बाद जो वाक्य सामने आया वह अमित शाह को भी दंग करने वाला था. अंकलेश्वर विधानसभा सीट पर भाई अपने ही भाई के टिकट का विरोध कर रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अंकलेश्वर सीट से बीजेपी ने ईश्वर पटेल को टिकट दिया मगर इस सीट से ईश्वर पटेल के सगे भाई वल्लभ पटेल ने भी टिकट मांगा था मगर सूची जारी होने के बाद वह इस बात से नाराज नजर आए और पार्टी से तत्काल इस्तीफा दे दिया.
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जिला भाजपा महामंत्री दशरथ कुमार, बड़ोदरा में दिनेश पटेल, ईश्वर पटेल के सगे भाई वल्लभ पटेल, पादरी जिला पंचायत और तहसील पंचायत के नेता कमलेश पटेल बड़ोदरा जिला महामंत्री चैतन्य सिंह झाला, भोला भाई गोहिल जिन्होंने जसदण सीट से टिकट मांगा था और कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे और वह इस सीट से कांग्रेस के विधायक भी रह चुके हैं आदि को टिकट ना मिलने पर नाराजगी जताते हुए तत्काल प्रभाव से बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है.
पार्टी के अंदर छिड़ती इस जंग को देखकर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह देर रात गुजरात कार्यालय पहुंचे और नेताओ को समझाने की मुमकिन कोशिश की. अब नतीजा क्या निकलता हैं ये तो कुछ समय बाद ही पता चलेगा. गुजरात विधानसभा चुनाव को के चरना में 9 दिसंबर को 89 सीटों पर मतदान किया जायेगा और बाकि 93 सीटों पर 14 दिसंबर को मतदान होगा.