ऊसर भूमि सुधार के साथ ही किसानों के घरों की महिलाओं को स्वरोजगार के संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं. उप्र भूमि सुधार निगम की ओर से संचालित समूहों को निगम के एमडी अजय यादव ने सिलाई मशीन देकर स्वरोजगार की शुरुआत की. उन्होंने हरी खाद के लिए किसानों को ढैंचा बीज निश्शुल्क वितरण करने का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों को शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति की कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए.
परियोजना प्रबंधक ओपी मिश्र ने बताया कि विकासखंड दरियाबाद के इटौरा ग्राम सभा के किसानों को हरी खाद बनाने के लिए ढैंचे के बीज के साथ उर्वरकों का वितरण किया. इस दौरान एमडी ने किसानों से सीधा संवाद किया. किसानों ने निगम की ओर से मिलने वाले खाद और बीज के लाभों के बारे में बताया. परियोजना प्रबंधक ने बताया कि पहले चरण में किसानों को तीन रुपये प्रति बोरा जिप्सम दिया जाता है. जबकि बीज, यूरिया, डीएपी व जिंक निश्शुल्क दिया जाता है.
गांव में ही महिलाओं के समूह सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया. लाभार्थियों को लाभ सीधे उनके खाते में भेजा जा रहा है. वितरण के दौरान संयुक्त प्रबंध निदेशक वीपी सिंह, सामान्य प्रबंधक आलोक गुप्ता के अलावा प्रभु शर्मा व अनिल सिंह समेत किसान व ग्राम प्रधान मौजूद थे. राजधानी में 228 स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं जहां दो हजार से अधिक महिलाएं अपना काम कर रही हैं. निगम के प्रबंधक मीडिया डॉ.केबी त्रिवेदी ने बताया कि राजधानी समेत 32 जिलों में 5494 स्वयं सहायता समूहों में स्वरोजगार किया जा रहा है.