फिर भी

मेरा सपना है कि सबके सपने में पूरे करू

प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि उनका यह सपना है कि वो अपनी ज़िन्दगी में ऐसी प्रेरणा जनक कविताओं की रचना करे जिससे पूरी मानव जाती का हौसला बड़े. वह सोचती है काश उनकी कविताओं का ये घरोंदा सदा के लिए इस दुनियाँ में रह जाये और जैसे प्यासे को प्यास लगती है तो वो पानी पीकर शांत हो जाता है वैसे ही कोई भी व्यक्ति अगर अपने जीवन में अपने दुखो से परेशान हो तो उनकी ये कविताये लोगो का हौसला बढ़ाये।

याद रखना दोस्तों सुख और शांति कभी पैसे से नहीं खरीदी जाती इंसान ऐसी दौलत साधना कर ही पाता है और इस बात की गहराई को समझते-समझते इंसान का आधे से भी ज़्यादा जीवन निकल जाता है कुछ ऐसा कर जाओ की लोग तुम्हे तुम्हारे अच्छे कर्मो की वजह से याद रखे।

अब आप इस कविता का आनंद ले।

मेरा सपना है की सबके सपने मैं पूरे करू
जीवन में आये तुफानो से मैं कभी न डरु.
जो मिली किसको मंज़िल मेरे हौसले से,
तो खुदको खुश किस्मत मैं मानूंगी.
सही दिशा में बढ़ने का संकल्प मैं अपने मन में ठानूँगी.

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बढ़ूंगी जो सही दिशा में, तब जाकर ही तो अपनी
क्षमताओं को पहचानूँगी.
मैं सही दिशा में बढूं किसे को क्या फर्क पड़ता है.
पर मेरे द्वारा कोई सही मार्ग को पहचाने तो बहुत फर्क पड़ता है.
एक दूसरे से सीख कर ही तो हर मानव अपने जीवन में आगे बढ़ता है.
तो क्यों न खुद को मैं ऐसा बनादूं.

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अपने हर कर्म द्वारा मैं दूसरो के मन में भी भक्ति की ज्योत जलादूँ.
क्योंकि इसी राह में चल कर परम सत्य समझ में आता है.
सही ज्ञान के, पेड़ की टहनी को ही छूकर,
हर मानव अपार ख़ुशी और शांति को पाता है.
जिसे करोड़ रूपये में भी खरीदा नहीं जा सकता.
बस अमीरो के घर में ही है शांति,
हर अज्ञानी को बस ऐसा ही लगता.

धन्यवाद

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