कल सुबह भारत के वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख के जरिए भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अरुण जेटली और नरेंद्र मोदी पर तीखे प्रहार किये. भारत की गड़बड़ाती हुई अर्थव्यवस्था का सारा जिम्मा वर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली के फिर फोड़ा. यशवंत सिन्हा द्वारा किए गए सवालों और लगाए गए आरोपों को उनके ही पुत्र जयंत सिन्हा ने एक लेख के द्वारा गलत साबित कर दिया.
यशवंत सिन्हा ने अपने लेख में जीएसटी और नोटबंदी को एक महागलत फैसला बताते हुए कहा था कि नोटबंदी के बाद जीएसटी आग में घी डालने जैसा है इसपर उनके पुत्र जयंत सिन्हा ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि नोटबंदी भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक ठोस और सही कदम था जिसका असर लम्बे समय दिखेगा. नोटबंदी के बाद डिजिटल पेमेंट को भी काफी बढ़ावा मिला है जो कहीं ना कहीं न्यू इंडिया के लिए बहुत जरुरी है.
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जीएसटी विराट और नोटबंदी एक गेमचेंजिंग कोशिश है, अब हर मंत्रालय नई तरह की पॉलिसी बना रहा है और अब कोयले की नीलामी भी सही तरीके से हो रही है. इतना ही नहीं एफडीआई के आंकड़े उठाकर भी देखें तो एफडीआई में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जो एफडीआई FY2014 में 36 मिलियन डॉलर थी वह FY2017 में 60 मिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है.
हमें न्यू इंडिया को तैयार करने और लोगों को उन से जोड़ने के लिए रेलवे, बिजली, हाईवे और एयर कनेक्टिविटी आदि को बनाने के लिए कोशिश कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं जब 2014 में प्रतिदिन 69 किलोमीटर सड़क बनती थी वही आज प्रतिदिन 137 किलोमीटर सड़क बन रही है और सरकार का लक्ष्य है कि हम 2018 तक प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचा दें.
अपने पिता को जवाब देते हुए जयंत सिन्हा ने अटल इनोवेशन, मुद्रा योजना, स्टार्टअप के दम पर युवाओं को मिल रहे इनोवेशन के मौकों को गिनाया और कहा कि इसका असर बहुत जल्द दिखेगा जब इंडिया से भी नए-नए हुनर बाहर आकर चमकेंगे और देश की तरक्की में साथ देंगे.
तो इस प्रकार जयंत सिन्हा ने अपने पिता द्वारा केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों को गलत साबित करते हुए यह जवाब दिए.