फरीदाबाद- आज के समय में बहुत से युवा वर्ग विदेशो में नौकरी करने की इच्छा रखते है और बहुत से नागरिक जो पहले से विदेश में रहते है वही अपने परिवार के सदस्यों को विदेश ले जाना चाहते है या फिर बहुत से ऐसे व्यक्ति है जो विदेशो में घूमने जाना चाहते है मगर इन सब के लिए एक अंतररास्ट्रीय पहचान पत्र पासपोर्ट की आवश्यकता होती है.
26 अप्रैल 2017 के सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के द्वारा फरीदाबाद में एक डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र (पीओपीएस) का उद्घाटन किया। ताकि यहाँ के नागरिको को पासपोर्ट बनवाने के लिए दिल्ली, गुडगाँव एवम् गाज़ियाबाद के चक्कर ना लगाने पड़े, ‘लेकिन यह सुविधा अब फरीदाबाद वासियो के उम्मीद के मुताबिक नहीं मिल पा रही है, जितना की लोग उम्मीद लगाये बैठे थे.
[ये भी पढ़ें : भारत और चीन में युवा इंटरनेट यूजर्स की संख्या पहुंची 32 करोड़]
अगर कोई ऑनलाइन पासपोर्ट के लिए फरीदाबाद के डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र में अप्लाई करता है तो उस व्यक्ति को अपॉइंटमेंट के लिए दो महीने का इन्तजार करना पड़ेगा, अगर वही व्यक्ति दिल्ली तथा गुडगाँव एवम् गाज़ियाबाद का अपॉइंटमेंट लेता है तो उसे 20 दिन के बाद का अपॉइंटमेंट मिल जाता है.
[ये भी पढ़ें : मानवता पर सबसे बड़ा प्रहार और कुछ यूँ तब्दील हुए जापान के दो शहर लाशो में]
इस कारण बहुत से लोग फरीदाबाद के डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र को ना चुनकर दिल्ली को रुख कर रहे है, हालांकि जिसको पासपोर्ट जल्दी चाहिए, वह तत्काल पासपोर्ट बनवा सकते है लेकिन यह पासपोर्ट बनवाना इतना आसान नहीं है और इसमें पैसा भी जयादा लगता है इससे यह साफ़ जाहिर होता है कि यह सुविधा वह लोग नहीं उठा पा रहे है जिनको जल्दी पासपोर्ट बनवाना है.