फिर भी

जोहरा, मैं तुम्हे लोरी नहीं सुना सकता परन्तु आपको-आपके सपनो के लिए जगाता रहूँगा – गौतम गंभीर

भारतीय भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर जो न केवल क्रिकेट बल्कि अपनी उदारताओं के लिए भी चर्चाओं में बने रहते हैं, फिर एक बार उन्होंने ऐसा काम कर दिया जिससे पुरे देश को उनपर गर्व महसूस होगा. एक बार फिर गौतम गंभीर ने शहीद जवानो कि मदद की. इस बार उन्होंने सुकमा में शहीद हुए ASI अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की पढाई का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली हैं.Gautam Gambhir And Zohra

[Image Source: OneIndia]

अब से शहीद ASI अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की पढाई का जिम्मा गौतम गंभीर उठाएंगे, इस बात की जानकारी उन्होंने अपने ट्वीट के द्वारा लोगो से शेयर की. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि “जोहरा, मैं तुम्हे लोरी नहीं सुना सकता परन्तु आपको-आपके सपनो के लिए जगाता रहूँगा”.

साथ ही दूसरे ट्वीट में में गौतम गंभीर ने कहा कि “जोहरा प्लीज इन आंसुओं को जमीन पर ना गिरने दो, क्योंकि मुझे शक हैं कि धरती मां भी इस दर्द का बोझ नहीं उठा सकती है, तुम्हारे शहीद पिता को सलाम’.

पांच वर्षीय जोहरा ने भी गौतम गंभीर का शुक्रिया अदा किया और कहा कि “वो एक डॉक्टर बनना चाहती हैं”

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