ये बात साल 2005 की है जब भारत और पाकिस्तान के बीच अहमदाबाद के मैदान में वनडे मैच खेला जा रहा था. इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग कर रहे थे बैटिंग पर शाहिद अफरीदी 10 रन बनाकर खेल रहे थे. जबकि उस समय बॉलिंग करने आशीष नेहरा आए उनकी गेंद पर अफरीदी ने तेजी से बल्ला चलाया गेंद उछलकर विकेटकीपर को चकमा देकर बाउंड्री पार कर गई इसके बाद आशीष नेहरा ने धोनी को गाली दी थी.
इस मुद्दे पर आशीष नेहरा ने न्यूज नेशन के साथ बातचीत में कहा कि मैं उस कैच छूट जाने के बाद काफी निराश हुआ था इसलिए महेंद्र सिंह धोनी को कुछ अपशब्द कह दिए थे. परन्तु इसके बाद मेरी और धोनी कि इस संबंध में कभी भी कोई बातचीत नहीं हुई क्योंकि वह भी जानते थे उस समय उस कैच का लेना कितना जरूरी था.
आशीष नेहरा ने यह भी कहा “सिर्फ एम एस धोनी से ही मेरी गेंद पर कैच छूटा था ऐसा नहीं है कैच किसी से भी छूट सकता है किन्तु यह जरूरी नहीं था कि मैंने हर बार ऐसे ही प्रतिक्रिया दी हो उस समय मैं जोश में था और मेरी गेंद पर कैच छूटा, मैंने एक दम से महेंद्र सिंह धोनी को कुछ अपशब्द कहे दिए थे. इसके बाद धोनी ने कभी भी मुझसे इस मामले पर बात नहीं की महेंद्र सिंह धोनी उस समय बेहद कूल इंसान थे और आज भी बेहद कूल इंसान हैं”.
इस काबिलियत की वजह से धोनी आज सक्सेस की उस बुलंदियों तक पहुंच गए हैं जहां हर कोई नहीं पहुंच पाता.