प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इस दुनियाँ में सफलता हासिल करना इतना आसान नहीं। कवियत्री कहती है अगर आपको पता है आपकी सोच सही है उससे किसी का नुकसान नहीं होगा फिर भी अगर आपकी राह में मुश्किलें आये तो समझना आप सही मार्ग पर चल रहे है क्योंकि एक सच्चे इंसान को आजीवन कठनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अब आप इस कविता का आनंद ले।
सफलता का रास्ता कभी सीधे-सीधे आसानी से नहीं मिलता।
बगीचे का फूल ,घर के आंगन में, उस तरीके से कभी नहीं खिलता।
सफलता की राह में, पीड़ा तो हर इंसान को झेलनी पड़ती है।
एक समझदार इंसान की सोच, हर रोज़ ज्ञान को अपनाने की ओर ही बढ़ती है।
क्योंकि कहना बहुत ही आसान होता है।
ईश्वर के बताये मार्ग पर चल कर ही इंसान ख़ुशी के बीज बोता है।
उस राह पर हर किसी का कठनाईयो से सामना होता है।
इन परीक्षाओं में असफल होकर, इंसान अक्सर रोता है।
क्योंकि ये परीक्षा एक दिन की नहीं।
ये तो जीवन भर का मेला है।
अपनों का संग है मगर, फिर भी हर इंसान इस दुनियाँ में अकेला है।
प्रत्येक मनुष्य को अपनी शरण में जाना होगा।
अपनों के खातिर, सबको ये एहसास एक दूसरे को कराना होगा।
ईश्वर की छवि हम सब के अंदर ही बस्ती है।
हर नासमझ इंसान पर ही, ये दुनियाँ हस्ती है।
अपने दम पर जीतो तुम दिल सबका,
दिलसे भजो, तुम बस नाम ,अपने रबका।
धन्यवाद