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यूपी में आंधी तूफान ने ली 51 लोगों की जान, आगरा में संख्या 36 के पार

कल आया तूफान देश में कई लोगों की मौत बन चुका है. तूफान की सबसे ज्यादा मार उत्तर भारत को झेलनी पड़ी. अगर बात करें उत्तर प्रदेश कि तो अब तक 45 लोगों की मौत सामने आ चुकी है और सबसे ज्यादा बुरा हाल ताज नगरी आगरा का रहा है यहां से 36 लोगों की मौत हुई है. इतना ही नहीं 35 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.Toofanजिला बिजनौर से 3, सहारनपुर में 2, रायबरेली, चित्रकूट और उन्नाव में 1-1 लोगों की मौत हुई. इस भयंकर तूफान में कई पशु हताहत हुए हैं. फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है. इन सब पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के सभी संबंधित अधिकारियों को आंधी तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों की तत्काल मदद करने के निर्देश दिए.

राजस्थान में भी तूफान का कहर

उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान में भी तूफान का असर काफी देखा गया है जिसके चलते अलवर धौलपुर और भरतपुर तीनो जिलों में 31 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. इस आंकड़े में इजाफा भी हो सकता है ऐसा प्रशासन का कहना है. हालांकि सरकार अपनी ओर से पुरजोर कोशिश कर रही है. राजस्थान में आपदा प्रबंधन मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने शासन सचिवालय में विभाग के अधिकारियों की आपस बैठक के बाद बताया कि सर्वाधिक 16 लोगों की मौत भरतपुर में हुई जबकि धौलपुर में 10 और अलवर में 5 लोगों की मौत हुई.

कटारिया ने बताया कि राजस्थान में पहली बार आंधी तूफान और बिजली गिरने को प्राकृतिक आपदा घोषित किया गया है और तीनों जिलों को ढाई करोड़ की तत्काल सहायता प्रदान कर दी गई है इतना ही नहीं अलवर को एक करोड़ जबलपुर को 85 लाख में भरतपुर को ₹65 लाख की सहायता राशि दी गई. जबकि मृतकों को आपदा राहत कोष से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई.

तूफान इतना भयावह था कि लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला और आंधी में पेड़ इस प्रकार गिरे जैसे वो कागज के हो. ज्यादा नुकसान कच्चे घरों को हुआ है जबकि कई पक्के घरों की दीवारें भी गिरी हैं. बिजली के खंबे टूट गए हैं इनकी मरम्मत का कार्य जारी है जिसके चलते लोगों को असुविधा पहननी पड़ेगी.

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