ओबीसी प्रवर्ग के विविध प्रकार की पिछड़ी जनजाति के लोगों के ऊपर जो अत्याचार होता है। समाज का जो घटक है लेकिन उनका विकास नही हुआ है उनको किसी प्रकार की पायाभूत सुविधा नही मिलती है। उन्हे वविकास के प्रवाह में लाने के लिये उनको सरकार की तरफ से जो सुविधा मिलती है उस सुविधा गरीब तक पहुंचने का काम हमे करना है। अगर ये सब काम अच्छे से नही हुआ तो भविष्य में बड़ा आंदोलन ओबीसी फाउंडेशन इंडिया करेंगी।
सभी लोगों का स्वागत दत्ता तांबे और अरुण भोइर ने किया मार्गदर्शन में स्वाती ताई ने ओबीसी प्रवर्ग पिछड़े जनजाति के लोगों विकास होना चहिए और सरकार की तरफ की जो सुविधा मिलती है उसका लाभ उन्हे मिलना चहिऐ। अनन्य अत्याचार लोगों न्याय मिलना चाहिए। पहाड़ी जमीन क्षेत्र पर सुविधा मिलनी चहिहे पिछड़े जाती के लोगों स्कूल, कॉलेज की सुविधा होने वाली है। वाडी, बस्ती, तांडे, में सब सुविधा होने चाहिए।
उन्होने कई सारे आंदोलन छेडे नावू समाज का लड़की के ऊपर हुए अत्याचार, गन्ने श्रमिक की कारखाना के ऊपर की असुविधा गुणवत्ता और समाज के लिये काम किये हुए पीएसआय का पून्ना में जोरदार कार्यकर्म में उनका सन्मान किया था। अभी आने वाले 6 जनवरी 2018 को डॉक्टर और वकील जिसने समाजसेवा की है ऐसे 35 जिल्हे का सन्मान किया जायेगा । सभी लोगों ने उनके कार्य का गौरव किया।
रत्नाकर मोराळे, सुदर्शन सानप, शिवाजी केकाण, बंडु भोई, अरुण भोई, संकेत नगरे, रमेश नगरे, विशाल गायकवाड, दत्तात्रय मोघे, दत्तामामा तांबे, अमर बापु केसकर, संतोष केसकर, संदिप केसकर, उमेश केसकर, अक्षय केसकर, सौरभ केसकर, सागर केसकर, सौरभ पारखे, अशोक थिटे, मुबील शेक, योगेश पवार, अक्षय कोलते सभी ने स्वाती मोराळे का स्वागत किया और उनकी आगे की रणनीति को हार्दिक शुभकामना दी।
[स्रोत- बालू राऊत]