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छोटे पर्दे और फैमिली फिल्मों की माँ का निधन, उम्र थी 59 वर्ष

reema lagfoo ka nidhan

आज सुबह ही यह खबर मिली की जानी मानी एक्ट्रेस रीमा लागू का 59 साल की उम्र में निधन हो गया है. रीमा लागू ने अब तक अपने करियर में सभी किरदारों को बड़ी शिद्दत से निभाया था. चाहे वो बड़ा पर्दे पर और या टीवी पर. लेकिन सबसे ज्यादा ज्यादा उन्हें माँ के किरदार में देखा गया था. बताया जा रह है की उनकी मौत कार्डियक अरेस्टब होने की वजह से हुई है. रीमा लागू का जन्म 1958 में मुंबई में हुआ था. उनके बचपन का नाम नयन भड़भड़े था. लेकिन, बाद में जब उन्होंने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा तो उन्होंने अपना नाम बदल कर रीमा लागू कर लिया था.

बता दें रीमा ने सिर्फ बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि मराठी सिनेमा की एक ऐसी सशक्त एक्ट्रेस बनकर उभरी थीं जिनके आगे सभी नतमस्तक थे. अपनी हाई स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद रीमा ने एक्टिंग को बड़ी गंभीरता से लिया था और यही कारण है की आज वो इस मुकाम तक पहुच पाई थी. रीमा ने अपनी स्कूलिंग पुणे के एच एच सी पी हाई स्कूल से की थी. इतना ही नहीं उन्होंने अपने स्कूल में हुए ड्रमों में कई बार हिस्सा भी लिया था और तभी से उनकी रूचि एक्टिंग में और भी बड गयी थी.

बात करें रीमा के फ़िल्मी करियर की तो आमिर ख़ान और जूही चावला की फ़िल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ से रीमा को एक नयी पहचान मिली थी, इसके बाद उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’ में सलमान की माँ का किरदार निभाया था. उन्होंने फिल्म ‘हम साथ-साथ है’ में एक बार फिर सलमान की माँ का किरदार निभाया था. इसके बाद फिल्म ‘हम आपके है कौन’ में माधुरी दीक्षित की माँ का किरदार निभाया था. इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘वास्तव’ में संजय दत्त की माँ का किरदार निभाकर कमल ही कर दिया था. इस फिल्म में उन्होंने अपने ही बेटे यानि संजय दत्त को गोली से मार दिया था. इसके बाद उन्होंने टीवी पर भी खूब राज़ किया था. रीमा ने ‘तू तू मैं मैं’ में साँस का रोल अदा किया था. बाद में ‘श्रीमान-श्रीमती’, ‘दो और दो पांच’, ‘कड़वी’, ‘खट्टी-मीठी’, ‘दो हंसों का जोड़ा’ और हाल ही में ‘नामकरण’ सीरियल में नजर आ रही थी. लेकिन आज उनका सफ़र यही खत्म हो गया था.

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