फिर भी

तारानगर किसानों का फैसला जो नहर के लिए नहीं लड़ा, उसे काले झंडे दिखाओ

तारानगर में 7 मार्च 2016 से राजस्थान किसान यूनियन की और से चौधरी कुम्भाराम नहर लिफ्ट नहर का कटा गया रकबा वापस जुड़ाने के लिए 7 मार्च 2016 से चलने वाले धरने को 2 वर्ष पृर्ण होने पर आज तहशील के किसानों की धरने स्थल पर चर्चा बैठक हुई जिसमें इसको आगे किस प्रकार बडाया जाये ताकि सरकार पर दबाब बने और यह कटा हुआ रकबा वापस जुड़ सके इस पर चर्चा हुई।

तारानगर किसानों का फैसला जो नहर के लिए नही लड़ा, उसे काले झंडे दिखाओ

साथ ही किसानों की इस चर्चा बैठक में इस नहर के लिए दिन रात सघर्ष करते हुए और धरने स्थल पर अपने प्राण त्यागने वाले स्वर्गीय मास्टर अर्जुन जी धेतरवाल की अंतिम ईच्छा अनुसार उनकी अस्थियो को कुम्भाराम नहर में प्रवाहित करने को लेकर भी विचार विमर्श हुआ।

जो किसान हितैषी नही उनका काले झंडो से हो बहिष्कार :- कृष्ण सहारणं

इस किसान चर्चा में किसानों को सबोधित करते हुए राजस्थान किसान यूनियन के प्रदेसाध्यक्ष कृष्ण सहारण ने कहा कि जिन नेताओ ने नहर के काटे गए रकबे को हटवाया है, और हटवाने में सहयोग किया है। उनका इस चुनावी साल में काले झंडो के साथ बहिष्कार किया जायेगा। उन सभी ने मिलकर नहर के काटे गए रकबे को हटाया है, तो उनको अब किसान अपने गांव में न घुसने दे।

थाली में रखा निवाला उठा लिया :- रामजीलाल कुलड़िया

इस चर्चा बैठक को सबोधित करते हुए रामजीलाल कुलड़िया ने सरकार के द्वारा पहले रकबे काटे जाने व बाद में मना करने के निर्णय पर व्यग्य करते हुए कहा कि कोई तो खाने को निवाला देता है। पर यहा तो थाली में निवाला रख कर उठा लिया है।

इस अवसर पर सब किसानो ने एक मत होकर तारानगर के किसानों को चौधरी कुम्भाराम लिफ्ट नहर के काटे गए रकबे को वापस जुड़ाने एवम नहर के कार्य को पृर्ण करवाने के लिए गांव गांव जाकर जाग्रत करने वाले किसान मशीहा स्वर्गीय अर्जुन लाल जी धेतरवाल को उनकी इच्छा अनुसार उनकी अस्थियो को कुम्भाराम नहर में वित्सर्जन करने के लिए 15 अप्रैल का दिन निश्चित किया।

एवम उपखंड अधिकारी को इस सन्दर्म में ज्ञापन भी दिया। ज्ञातव्य हो की मास्टर अर्जुन जी धेतरवाल का इस नहर के लिए चलने वाले धरने पर लगातार बैठने के कारण स्वर्गवास हो गया था। उनकी इच्छा थी, की इनकी अस्थियो को कुम्भाराम नहर में वित्सर्जन किया जाये।

[स्रोत- विनोद रुलानिया]

Exit mobile version