फिर भी

सवा दो सौ बैंको में लगे रहे ताले, 450 करोड़ का कारोबार प्रभावित

वेतन के पुनरीक्षण समझौता और अंतिम सहमति पत्र पे समझौता ना हो पाने के कारण भारतीय बैंक संघ द्वारा कहे जाने से रेवा जिले में सवा दो सौ बैंक में ताले लागे रहे | इस अनसन ने जिले के लगभग साढ़े चार सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित किया है | जिले के यूनियन बैंक के सामने सभी कर्मचारी एकत्र हुए और नारेबाजी लगाते हुए अपने अधिकार माग रहे थे |SBI

बैंक कर्मचारियों का कहना था कि बैंकिंग उद्योग की बढ़ती समस्या बैंक कर्मचारियों को परेशान कर रही है | जिससे बैंक खतरनाक स्तर की ओर बढ़ रहा है |

बैंक कर्मचारियों की मांग

बैंक कर्मचारियों का कहना था कि बैंक में काफी समय से ऋण ना देने वाले, और काफी ज्यादा ऋण लेकर भाग जाने वालों पर एफ आई आर हो और ऋण की वसूली हो सके | इसके साथ सार्वजनकि बैंक क्षेत्रों का निजीकरण ना हो , बैंक की मर्ज योजना को रोकने हेतु, कर्ज ना चुकाने वालो पर दंडनीय अपराध प्रदान करने हेतु, व्यावसायिक अर्जक संपत्तियों को बट्टे में ना डालने के लिए, संसदीय समिति की सिफारिशों को लागू करने के लिए , खराब ऋण में उच्च प्रबंधन पर जबावदेही और उचित कदम उठाए जाने के लिए , सहित 17 मांगे की है जिसकी पूर्ती करना अनिवार्य समझा है |

बैंक का कहना
हैम ग्राहकों के समय, और सुविधा का पूरा ख्याल रखते है लेकिन यह हरताल जरूरी थी ताकि हैम यह सब अच्छी तरह से कर सके |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया & स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

Exit mobile version