फिर भी

एग्जाम्स का समां

एग्जाम्स का समां

एग्जाम्स आए तो सब स्टूडेंट्स घबराए,
घर पर अब परिवार भी हो गए पराए
दिमाग में अब पढ़ाई के चिट्ठेे फहराएं।

गॉसिप, मूवीज़ बंद हो गई,
किताबों के खुलने की बारी आई,
टीवी के रिमोट पर से हाथ हमारे,
अब बुक्स की तरफ बढ़ पाए।

हर साल सोचते है,
इस बार मेहनत करेंगे,
पर आखिरी दिन तक मस्ती के पर्चे लहराए।

अब तो रात का अंधेरा भी,
यही याद दिलाए,
पढ़ लो बच्चे,
कहीं हाथ मलने पड़े
और बाद में फैल को पास कराने में,
स्टूडेंट्स पछताए।

तभी तो छोड़कर सब कुछ अब,
यह रात भी उल्लू की तरह जगाए,
रात के टाइम का तो पता नहीं,
पर दिन में भी पढ़ाई ने हमें तारे दिखाए।

विशेष:- ये पोस्ट इंटर्न रमा नयाल ने शेयर की है जिन्होंने Phirbhi.in पर “फिरभी लिख लो प्रतियोगिता” में हिस्सा लिया है, अगर आपके पास भी है कोई स्टोरी तो इस मेल आईडी पर भेजे: phirbhistory@gmail.com

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