फिर भी

ताल क्षेत्र में ओलों की बारिश

olon ke baarish

अलीगढ़ सोनगिरी असावता गांव में गिरे ओले 

एसडीएम सुश्री मनीषा वास्कले ने कहा जानकारी मिली है गाँवो मे पटवारी को पहुंचायेगे बुधवार को अचानक मौसम बदल गया और बेमौसम बारिश होने से रबि की फसलों को काफी नुकसान हुआ एवं देखते ही देखते जोरदार बारिश पानी के साथ बड़े-बड़े ओले गिरने की जानकारी मिली है। अचानक बुधवार की शाम तेज हवाओं के साथ  क्षेत्रों में बारिश होने लगी जो रुक रुक कर समाचार लिखे जाने तक जारी थी ।वर्तमान में किसानों के द्वारा अपनी फसल को सरक्षित करने का समय है । किसान भाई अपनी अपनी फसल को अपने खेत से खलियान  में पहुंचा रहे है,किसान खेतों से फसल काटकर अपने खलिहान में घरों पर गेहूं चने की फसल सुरक्षित रख रहे हैं तो कुछ फसलें खेत में खड़ी हुई है ,अचानक हुई बारिश ओलावृष्टि को  लेकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छा गई है । काफि आर्थिक क्षति होने का अनुमान है ?

ग्राम पंचायत असावता के सरपंच मानसिंह गुर्जर ने जितेंद्र सिंह आलोट तहसील संवादाता को जानकारी मे  बताया  कि बुधवार को तेज हवाओं के साथ अचानक बारिश हुई एवं बारिश के पानी के साथ बड़े बड़े ओले गिरे हैं ,जिससे किसानों के खेत में खड़ी फसल एवं कटी हुई फसल जो खेतों में कटी पड़ी है। काफी नुकसान हुआ है, असावता ,अलीगढ़ एवं सोनगिरी गांव में बड़े-बड़े ओले गिरे हैं। किसानों का नुकसान हुआ है।

ग्राम पंचायत असावता के हल्का पटवारी हल्का नंबर 5 के पटवारी रणविर सिह तोमर ने बताया कि ओलावृष्टि होने की जानकारी किसानों से मिली है, फोटो और वीडियो प्राप्त हुए हैं , कल ही खेतों पर जाकर देख पाऊंगा कि किसका कितना नुकसान हुआ है?

वही अचानक बेमौसम हुई ओलावृष्टि बारिश को लेकर आलोट क्षेत्र की अनुविभागीय अधिकारी सुश्री मनीषा वास्कले ने फिर भी न्यूज  को जानकारी मे बताया कि ओले गिरने की जानकारी मिली है ,कल पटवारियों को पहुंचा कर संबंधित पटवारियों से रिपोर्ट ली जावेगी कि किसान भाइयों की फसल का कितना नुकसान हुआ है?

बहरहाल उक्त ओलावृष्टि के कारण मौसम काफी बदल गया है और बार-बार किसानों के साथ प्राकृतिक विपदा भी बढ़ रही है ?और किसानों को बार-बार आर्थिक क्षति उठाने को विवश होना पड़ रहा है? जबकि शासन की ओर से भी फसल बीमा की राशि दी जाती है जिससे कुछ हद तक किसानों को राहत मिल सके परंतु उसमें भी कई किसानों का आरोप रहता है कि फसल बीमा की राशि  मे कम राशि का  मुआवजा दिया जा रहा है?

जितेंद्र सिंह फिर भी न्यूज आलोट तहसील संवादाता

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