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सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखे की बिक्री पर पहले निर्णय को संशोधित करने से किया मना

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखे की बिक्री पर अपने 9 अक्टूबर के फैसले में संशोधन करने से मना कर दिया है. 9 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखे बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है और यह प्रतिबंध 1 नवंबर तक लागू रहेगा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज पटाखा व्यापारियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की थी जिस पर 13 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने फिर से अपना फैसला सुनाया.

13 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे की बिक्री के फैसले में संशोधन करने से मना कर दिया है सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि प्रदूषण स्तर को देखते हुए यह फैसला लिया गया है इस फैसले के बाद पटाखा विभाग व्यापारियों में काफी रोष व्याप्त है.

दिल्ली के पटाखा व्यापारियों के चेहरे पर इस फैसले के बाद मायूसी छा गई और अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार दी. एक व्यापारी का कहना है कि उसने पटाखों पर 28% जीएसटी का भुगतान किया है मगर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आगे हमें अपनी दुकानें बंद करनी पड़ रही हैं

साथ ही उस पटाखा व्यापारी ने यह भी कहा है कि पहले नोटबंदी की मार सही, फिर हमने जीएसटी की मार सही और अब इस व्यापार की मार भी सह रहे हैं

एक दूसरे व्यापारिक का भी यही कहना है कि उसने पहले नोटबंदी जैसी समस्याओं को झेला फिर उसके बाद जीएसटी जैसी समस्याओं को झेला और अब वह पटाखा बिक्री प्रतिबंध को भी झेल रहा है वह अपना परिवार चलाने के लिए क्या करें

सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक यह फैसला ही मान्य रहेगा.

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