फिर भी

तो इस वजह से हार गयी टीम इंडिया, जानिए बड़े कारण

Team India

पाकिस्तान ने भारत को फाइनल मैच में 180 रनों से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2017 अपने नाम कर ली। किसी ने भी नहीं सोचा था कि फाइनल मैच में भारतीय टीम पाकिस्तान के सामने इस कदर घुटने टेक देगी। आईसीसी के टूर्नामेंट में रनों के लिहाज से ये किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत है। भारत की इस हार से सब अवाक् रह गए हैं। आखिर क्या गलती हो गई जिसकी वजह से हम इतनी बुरी तरह हार गए। आइए जानने की कोशिश करते हैं आखिर क्यों हार गई टीम इंडिया?

फाइनल मैच में हर मोर्चे पर पाकिस्तान भारत पर हावी रहा। भारत ने शुरुआत से ही गलतियां कीं। पहली सबसे बड़ी गलती थी टॉस जीतकर गेंदबाजी करना। भारतीय टीम की ताकत बल्लेबाजी रही है और पिच भी बल्लेबाजी के लिए अनुकूल थी। भारत के पास इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता था कि इस महत्वपूर्ण मैच में पहले तनाव मुक्त होकर बल्लेबाजी करते हुए 300 रनों का लक्ष्य खड़ा करके पाकिस्तान पर दबाव बनाते, तब शायद परिणाम कुछ और ही होता। इसके विपरीत पाकिस्तान को यह मौका मिल गया और उन्होंने 338 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करके भारत पर दबाव बना दिया।

भारत की खराब गेंदबाजी और फील्डिंग ने पाकिस्तान को संभलने का मौका दे दिया। बुमराह ने चौथे ओवर में इस मैच के शतकवीर फखर को आउट तो किया, लेकिन नो बॉल होने की वजह से फखर को जीवनदान मिल गया। उस समय उन्होंने महज 3 रन बनाए थे। भारत ने अपनी गेंदबाजी में पाकिस्तान को 25 एक्स्ट्रा रन दिए, जिसमें 13 वाइड और 3 नो बॉल शामिल थीं। साथ ही मिडिल ओवर्स में रविचंद्रन अश्विन और जडेजा का न चलना भी हार की एक बड़ी वजह थी। ऐसी स्थिति में जाधव और युवराज सिंह से गेंदबाजी न करवाना विराट कोहली की खराब कप्तानी को दर्शाता है। इसके अलावा पाकिस्तान के बल्लेबाजों को रन आउट करने के 6 मौके मिले, जिसमेंसे 1 बार भी सफलता नहीं मिली।

[ये भी पढ़े : पता करो अनुष्का कही आतंकवादियो के घेरे में तो नही ?]

बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन हार की सबसे बड़ी वजह बना। रोहित, धवन, कोहली, युवराज और धोनी जैसे धुरंधरों ने पाकिस्तान की धारदार गेंदबाजी के सामने हथियार डाल दिए। शुरुआती तीन बल्लेबाजों पर जरूरत से ज्यादा निर्भर रहना भी भारत के लिए खतरनाक साबित हुआ। भारत के 8 खिलाड़ियों का कुल योगदान मात्र 36 रन रहा| 7 बल्लेबाज तो दहाई का अंक भी नहीं छू सके। हालांकि हार्दिक पांड्या ने 4 चौकों और 6 छक्कों की मदद से महज 43 गेंदों पर ताबड़तोड़ 76 रन जोड़े। लेकिन जडेजा की गलत कॉल पर हार्दिक के रन आउट होते ही भारतीय टीम की हार तय हो गई।

फाइनल मैच में अतिआत्मविश्वास भारतीय टीम की हार की प्रमुख वजह बनी। विराट कोहली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करके बड़ी चूक कर दी। लक्ष्य का पीछा करने में भारतीय टीम माहिर मानी जाती है लेकिन एक बड़े मैच में बेहद मजबूत गेंदबाजी के सामने रनों का पीछा करना कभी भी आसन नहीं होता है। इन परिस्थितियों को ठीक ढंग से न समझ पाने के कारण हीइस खिताबी जंग में भारत को हार का सामना करना पड़ा।

Exit mobile version