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शिवहर जिला पुलिस की एक अनोखी पहल

शिवहर:आरक्षी अधीक्षक प्रकाशनाथ मिश्र के द्वारा शिवहर पुलिस, एसएसबी, सैप, एसटीएफ, जिला पुलिस, बिहार सैन्य पुलिस शिवहर, बिहार गृह रक्षा वाहिनी, चौकीदार आदि के जवानों का एक संयुक्त सेवा दल गठित किया गया है। जो बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जन-जीवन को सामान्य बनाने में, टूटी-फूटी  सड़कों की मरम्मती में, बाढ़ग्रस्त लोगों के पुनर्वास में श्रमदान करेंगे साथ ही सेवा दल जिले को अपराध एवं भयमुक्त बनाने में भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे ।Shuvhar seva dal

आरक्षी अधीक्षक के नेतृत्व मेें सेवा दल ने श्रमदान किया

बीते सोमवार को आरक्षी अधीक्षक प्रकाशनाथ मिश्र के नेतृत्व में सेवा दल ने नगर पंचायत के कई टूटी-फूटी सड़को की मरम्मत कर एक सराहनीय कार्य किया हैं। दल के जवानों ने सरोजा सीताराम सदर अस्पताल को जोड़ने वाली क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत कर अस्पताल जाने वाले लोगों की परेशानी को दूर करने का कार्य किया । वहीं शहर के मुख्य पथ खादी भंडार के समीप सड़क निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण सड़क गड्ढे में तब्दील हो गया था जहां पिछले कई महीने से जलजमाव की समस्या थी जिसके कारण राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी, आएं दिन साईकिल, मोटरसाइकिल सवार गड्ढे में गिर कर घायल हो जाते थे । उस खतरनाक गड्ढे को सेवा दल के जवानों ने ईंट से भरकर आवागमन को सुगम बनाने का महान कार्य किया जिसकी प्रशंसा लोग मुक्तकंठ से कर रहे है ।

प्रशंसा की कहानी लोगों की जुबानी

दुकानदार सुजीत कुमार के अनुसार पिछले कई महीने से यहां जलजमाव की समस्या थी जिसके कारण सबसे ज्यादा नुकसान दुकानदारों को ही होता था हमारी दुकानदारी बिल्कुल ठप हो गई थी जिससे बेगारी की समस्या उत्पन्न हो गई थी लेकिन जिला पुलिस के द्वारा गड्ढे को भरने का जो कार्य किया गया है वह बेहद सराहनीय एवं प्रशंसनीय है । 

एक अन्य दुकानदार दानिश जमील ने कहा कि यहां रहना दुर्भर हो गया था क्योंकि गाड़ियों के गुजरने से गंदे पानी की छींटे दुकान के अंदर प्रवेश कर जाती थी । एसपी साहब की यह पहल अनुकरणीय है अन्य जिले की पुलिस को भी ऐसी पहल करनी चाहिए ।

दुकानदार कृष्णनंदन कुमार, बृजकिशोर राउत, जयशंकर सिंह, नवल किशोर राय आदि ने भी जिला पुलिस की भूरि-भूरि प्रशंसा की । वहीं गुजरने वाले राहगीरों के चेहरे पर खुशी देखी गई । आरक्षी अधीक्षक प्रकाशनाथ मिश्र के अनुसार सेवा दल के जवानों द्वारा श्रमदान का यह कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलाया जाएगा ।

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