आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है। 18 साल पहले 1999 में 26 जुलाई को ही भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना को खदेड़ कर कारगिल पर विजय प्राप्त की थी। कारगिल का युद्ध 14 मई से 26 जुलाई तक लगभग 2 महीने तक चला था इस युद्ध में अनेक सैनिकों ने शहादत देकर विजय गाथा रची थी। इस युद्ध के लिए भारतीय सेना ने जो ऑपरेशन चलाया वह ऑपरेशन विजय था परंतु कारगिल पर विजय प्राप्त करने के बाद विजय ऑपरेशन का नाम बदलकर कारगिल विजय दिवस रख दिया गया।
पाकिस्तान द्वारा चलाया गया ऑपरेशन बद्र
1971 में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद लंबे समय तक दोनों देशों में शांति रही परंतु 1998 में दोनों देशों द्वारा किए गए न्युक्लियर परीक्षणों ने युद्ध जैसे हालात उत्पन्न कर दिए इस स्थिति को खत्म करने के लिए 1999 में एक समझौता हुआ जिसके तहत दोनों देश कश्मीर मुद्दे पर शांतिपूर्वक हल निकालने पर राजी हुए परंतु 1998-99 की सर्दियों में पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों के सहयोग से नियंत्रण रेखा पार करके भारतीय सीमा के अंदर कारगिल क्षेत्र में घुस आई और युद्ध की चुनौती देकर इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया जिन्होंने इस घुसपैठ को ऑपरेशन बद्र नाम दिया।
भारत द्वारा की गई युद्ध की घोषणा
पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ का पता चलते ही भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय की घोषणा कर दी इस ऑपरेशन में लगभग 2 लाख भारतीय सैनिकों ने भाग लिया दोनों देशों की सेनाओं के बीच लगभग 2 महीने तक भीषण युद्ध चला इस युद्ध में करीब 527 भारतीय सैनिकों ने बलिदान दिया लेकिन उन बहादुर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं गया भारतीय सैनिकों ने कारगिल की एक-एक चोटी पर दुबारा से कब्जा कर लिया। 26 जुलाई 1999 को विजय घोषणा के साथ ही युद्ध विराम हो गया और 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।
भारत की सैन्य ताकत
भारत की सैन्य ताकत के सामने पाकिस्तान कहीं नहीं ठहरता पाकिस्तान के पास जहां 6.48 लाख सैन्य बल है वहीं भारत के पास 14.08 लाख सैन्य बल है। भारत के पास युद्धक टैंकों की संख्या 4,426 है जो पाकिस्तान के युद्ध टैंकों की संख्या (2,924) से लगभग 2 गुनी है लड़ाकू विमान, नौसैनिक जहाज, विमान वाहक युद्धपोत, विध्वंसक युद्धपोत, लड़ाकू पोत या पनडुब्बी किसी भी क्षेत्र में भारत पाकिस्तान से बहुत आगे है।