हर साल 1 जनवरी को आंबेडकर अनुयायि की ओर से भीमा कोरेगांव विजयस्तम्भ को मानवंदना देने के लिये हज़ारों कि संख्या भीम सैनिक आते हैं. पेशवाई के अस्त का कारण बने भीमा कोरेगांव की ऐतिहासिक लड़ाई के द्विशतकी महोत्सव में विजयस्तम्भ को मानवंदना देने के लिये महाराष्ट्र राज्य सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बडोलें उपस्थित होंगे. वहाँ कोई अप्रिय घटना ना हो इसलिये 29 दिसंबर को पुणे में पालकमंत्री गिरीश बापट और बडोंले की उपस्थिति में पुणे के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक होगी.
भीम कोरेगांव की ऐतिहासिक लड़ाई को 1 जनवरी 2018 को 200 साल पूरे हो जायेंगे इस अवसर पर, बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आएंगे. उनकी सुविधा और सरकार के सामाजिक न्याय विभाग कि योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए यहां कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जहाँ श्रद्धांजलि देने के लिए खुद बडोलें उपस्थित होंगे, लेकिन कोई सरकारी तामझाम नहीं होगा.
इस घटना से पहले 31 दिसंबर को पुणे के शनिवारवाड़ा में कुछ संगठनों ने सभा की घोषणा की थी. उनका अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ ने विरोध किया हैं इसीलिए किसी भी वाद विवाद से बचने का सरकार का प्रयास है. इसीलिये पुना के जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक 29 दिसंबर को गिरीश बापट की मौजूदगी में होगी.
गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी भीमा कोरेगांव में 1 जनवरी को विजयस्तम्भ को सम्मान देने के लिए आने वाले हैं. उन्होंने गुजरात के उना में दलितों के खिलाफ हुये अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था, हालही में विधानसभा चुनावों में, उन्होंने भाजप उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की हें.
[स्रोत- धनवंत मस्तूद]