गणतंत्र दिवस
हमारा हिंदुस्तान अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है| गणतंत्र दिवस की धूम आज पूरे देश में है| राजपथ से लेकर लालकिले तक हर जगह गणतंत्र दिवस का हर्षोल्लास देखने को मिल रहा है| गणतंत्र दिवस स्वतंत्र भारत के गणतंत्र के संविधान को रचे जाने का दिन है| आज हमारी तीनों ही सेनाएं भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना पूरे जोश के साथ अपनी स्वतंत्र भारत का जश्न मनाते हैं| वह मार्च पास करते हुए परेड करती हैं|प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर 2मिनट का मौन भी रखेगें। उसी के बाद राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराएगे एवं राष्ट्रीय ध्वज: तिरंगा झंडे को सलामी देंगे, एवं राष्ट्रीय गीत का गायन करेंगे इसी के साथ तीनों सेनाओं द्वारा एक 21 तोपों की सलामी दी जाएगी, और फिर परेड की जाएगी। परेड प्रारंभ करते हुए प्रधानमंत्री राज्यपाल के एक छोर पर इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति सैनिकों के लिए स्मारक पुष्पमाला अर्पित कर शहीदों के लिए 2 मिनट का मौन रखेंगे।
आज हिंदुस्तान के हर राज्य के कोने कोने में तिरंगा झंडा फहराया जा रहा है| मुख्यमंत्री राज्यपाल से लेकर आम जनता तक सब में इस दिन का काफी काफी उल्लास देखा जा रहा है| तीनों सेनाओं द्वारा राजपथ पर परेड की जाएंगी साथ ही विभिन तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन भी किया जाएगा। देश की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ध्वजारोहण के बाद ही राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री अपने भाषण का उद्बबोधन करेंग| इसमें वे देश के आर्थिक उन्नति की ओर ले जाने की अपनी योजनाओं से देश को अवगत कराएंगे, तथा सभी भारत वासियों का आभार व्यक्त करेंगे। आज मुख्यमंत्री द्वारा भी अपने प्रदेश को लेकर कई योजनाओं की घोषणा की जा रही है। आज पूरे देश में जय हिंद जय भारत, वंदे मातरम, भारत माता की जय, से लेकर जय जवान जय किसान तक के नारे गूंज रहे हैं। हम बहुत ही भाग्यशाली हैं, जो हमें इस देश के वासी हैं हमें हमारे देश पर गर्व है।
गणतंत्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है| आज हमारा देश अपना 73 वा गणतंत्र दिवस मना रहा है| आज ही के दिन सन 1950 को भारत सरकार अधिनियम 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा बनाया गया, और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई. एन .सी) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था |
डॉ भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में 308 सदस्यों ने मनाया था संविधान
डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान की मसौदा समिति की अध्यक्षता की थी इस समिति में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर,जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद, आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। कई सुधारों और बदलावों के बाद कमेटी के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को हाथ से लिखे कानून की दो कॉपियां पर हस्ताक्षर किए, जिसके 2 दिनों बाद 26 जनवरी को इसे देश में लागू कर दिया गया था। और इसी के साथ भारत एक संप्रभु राज्य बन गया था, जिसे गणतंत्र दिवस घोषित किया गया ।
26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा राजपथ पर झंडा फहराया जाता है, भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने इक्कीस तोपों की सलामी के बाद भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर भारतीय गणतंत्र के जन्म की ऐतिहासिक घोषणा की थी । आजाद होने के 894 दिन बाद भारत स्वतंत्र राज्य बना था| आज देश के हर कोने में 26 जनवरी को मनाया जा रहा है|