आजकल के इस लाइफस्टाइल में यह आम बात सी होती जा रही है. तरह तरह की कई बीमारियाँ सुनने को मिल रही है. लेकिन अब महिलायों में पीरियड्स से जुडी कई तरह की समस्याएँ सामने आ रही है. कई महिलाओं को पीरियड्स में ज्यादा मात्रा में रक्तस्राव का सामना करना पड़ता है, तो कई महिलाओं को कम रक्तस्राव का सामना करना पड़ता है. पीरियड्स के दौरान कमर में दर्द, जी मचलाना और पेट में दर्द होने लगता है. अगर आपको लगता है की आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ती जा रही है तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना जरुरी है. तो आइये आज हम आपको पीरियड्स के दौरान रक्तस्राव कम होने के कारण बताने जा रहें है.
• कई बार हमारे शरीर में हॉर्मोनल के बदलाव के कारण भी पीरियड्स के दौरान रक्तस्राव की मात्रा बढ़ और घट जाती है. लेकिन अगर इससे पहले आपके पीरियड्स सामान्य थे और अचानक आपके पीरियड्स के दौरान कम रक्तस्राव हो रहा है. इसके डरने वाली बात नहीं है इसके लिए आपन अपने डॉक्टर से सलाह लें.
• 40 साल के ज्यादा उम्र की महिलाएँ रजोनिवृति की पड़ाव पर पहुंच चुंकी हैं उन्हें भी कम रक्तस्राव का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि इन महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजेन की मात्रा कम होने लगती है.
• कई लड़कियों में भी कम ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है. खासकर उन लड़कियों की जिनकी हाल ही में महावारी शुरू हुई है.
• प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी महिलाओं में म्यूकस डिस्चार्ज होते है. जिसमे हलके रक्तस्राव कि मात्रा होती है लेकिन अगर यह मात्रा अधिक होने लगे तो अपने फैमिली डॉक्टर को जरुर दिखाए.
• जीवनशैली में बदलाव, शारीरिक क्रिया के बढ़ने-घटने या तनाव से भी रक्तस्राव की मात्रा पर प्रभाव पड़ता है.
• इस दौरान कई ऐसी बीमारियाँ भी है जिनका असर हमारी महावारी पर पड़ता है जैसे थायरॉइड कंडीशन, खानपान, पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, आदि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी आपके महावारी पर प्रभाव पड़ता है.
• कई महिलाएं कांट्रेसेप्टिव गोलियों का सेवन भी करती है. तो ऐसे में भी महावारी में बदलाव होने लगते है. इस दौरान भी रक्तस्राव की मात्रा में कमी आ जाती है.
अगर इस परेशानी से निज़ात पाना चाहते है तो अपने खानपान पर ध्यान जरुर रखें. इस अलावा कम रक्तस्राव के दौरान अदरक, दालचीनी, धनिया, अजवायन का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से बचें. क्योकिं गर्म चीज़ें आपको नुकसान पहुंचा सकतें. जरुरी नहीं की यह समस्या हर महिला के अंदर हो लेकिन कई बार महिलाओं को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है. आपको इस परेशानी से छुटकारा नहीं मिल रहा है तो जल्द ही अपने डॉक्टर की सलाह लें.