11 नवंबर को एनजीटी ने दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन फैसले पर मुहर लगा दी थी मगर यह फैसला ज्यादा देर नहीं टिक सका क्योंकि एनजीटी ने ऑड-ईवन का फैसला इमरजेंसी गाड़ियों को छोड़कर सभी पर लागू किया था.
मगर दिल्ली सरकार चाहती थी कि महिला ड्राइवरों और दुपहिया वाहनों को और ऑड-ईवन दायरे से बाहर रखा जाए. जिस पर एनजीटी ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और सभी के लिए फैसला समान रखा. इस पर दिल्ली सरकार ने अपना फैसला कुछ मिनट बाद ही वापस ले लिया.
#Smog continues to shroud the national capital: Visuals from #Delhi's Connaught Place pic.twitter.com/X2BtqGnj2f
— ANI (@ANI) November 13, 2017
दिल्ली सरकार और ऑड-ईवन फैसले के लिए आज फिर से अपील करेगी और मुद्दा रखेगी कि महिला ड्राइवर और दुपहिया वाहनों को ऑड-ईवन दायरे से बाहर रखा जाए. मगर इससे पहले भी एनजीटी ने अपने फैसले में महिला ड्राइवरों और दुपहिया वाहनों को छूट न देते हुए यह भी कहा कि अगर प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान से पार हो जाए तो ऑड-ईवन अपने आप लागू हो जाएगा जिस पर अरविंद केजरीवाल ने महिला सुरक्षा और अपर्याप्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट का हवाला देते हुए इस फैसले को लागू करने से इंकार कर दिया था.
According to latest AQI figures, #Delhi's Mandir Marg at 523, Anand Vihar at 510, Punjabi Bagh at 743, Shadipur at 420; all fall in the 'Hazardous' category in the Air Quality Index
— ANI (@ANI) November 13, 2017
सूत्रों के अनुसार दिल्ली की आबोहवा में अब भी खतरनाक प्रदूषण घुसा हुआ है. ताजा रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को पीएम 10 का स्तर 645 और पीएम 2.5 का स्तर 416 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पाया गया. और मंगलवार को भी शायद दिल्ली वासियों को इस प्रदूषण का सामना करना पड़ेगा दिल्ली की जनता को 5 दिन से ज्यादा हो गए हैं इस प्रदूषित हवा में सांस लेते हुए.
Schools in #Delhi reopen, after being closed due to severe #smog conditions in the national capital. Students seen wearing masks, teachers 'say collective efforts must be made, closing schools not a solution' pic.twitter.com/Mi1isF5hhM
— ANI (@ANI) November 13, 2017
मगर मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए एक राहत की बात कही कि 14 नवंबर को सती हवाओं की गति बढ़ने के कारण शाम को बारिश हो सकती है. बारिश के बाद शायद इस प्रदूषण से कुछ राहत मिल पाए.