आज जागतिकीकरण में प्लास्टिक का उपयोग आम बात हो गई हैं, प्लास्टिक पर्यावरण के लिए सबसे बड़ी समस्या बन रहा हैं. लाखों टन प्लास्टिक हर दिन दुनिया भर में संग्रहीत होता हैं इस प्लास्टिक को निपटाने के लिए हरसंभव कोशिश कि जा रहीं है क्योंकि यह एक अविघटनशील पदार्थ है.
भारतीय वंश के उद्योजक अश्वथ हेगड़े, द्वारा बनाए गए पानी में भंग होने वाले प्लास्टिक बैग, जो 24 घंटों के भीतर पानी में भंग हो जायेगा.
अश्वथ हेगड़े, जो मैंगलोर का मूल निवासी है लेकिन वर्तमान में वो कतार में है उनकी ‘एनविग्रीन’ कंपनी ने ये प्लास्टिक बैग बनाये हैं जो बायोडिग्रेबल हैं उन्होंने इन बैगों को स्टार्च और वनस्पति तेलों का इस्तेमाल कर बनाया है. अश्वथ हेगड़े की कंपनी ने इन बैगों को आलू, मक्का, स्टार्च, केले, फूलों और वनस्पति तेल का उपयोग कर बनाया है वह इन बैग को भारत में जल्द से जल्द ही बिक्री के लिए लाना चाहतें है वे इस साल के अंत तक इन बैगों को भारत में बिक्री के लिए लाने की कोशिश कर रहे हैं, उन बैग की क़ीमत क़रीब 3 रुपये में उपलब्ध होंगी.
ये प्लास्टिक बैग 24 घंटे में पानी में घुल जायेगा या गर्म पानी में कुछ सेकंड में पानी में घुल जायेगा और इस प्लास्टिक से जानवरों को कोई नुकसान भी नहीं होगा प्लास्टिक पर्यावरण की दृष्टि से एक गंभीर समस्या है जिससे पर्यावरण कि काफ़ी हानि हो रहीं हैं. एक संशोधन के अनुसार पिछले पंद्रह वर्ष में प्लास्टिक का उपयोग 50 मिलियन टन से लेकर 1000 मिलियन टन तक पहुंच गया है. हर साल 15,000 टन तक प्लास्टिक कचरा भारत में हो जाता हैं. इससे निपटना सबसे बड़ी समस्या बन गया है. इसलिए, भारत की इस समस्या परअश्वथ हेगड़े ने संशोधन कर ये बैग बनाया हैं और उनक सपना हैं की भारत एक प्लास्टिक मुक्त राष्ट्र बने.
[स्रोत- धनवंत मस्तूद]