अगर आपको फ्री वाई-फाई मिले तो आप क्या करेंगे. आपके दिमाग में आ रहा होगा वीडियो डाउनलोड करेंगे या YouTube देखेंगे या फिर वगैरा वगैरा वगैरा… मगर क्या आप इस बात पर यकीन कर पाएंगे कि फ्री वाई-फाई मिलने पर एक कुली ने सिविल परीक्षा पास कर ली है. जी हां यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा क्योंकि सिविल परीक्षा ट्रैक करने के लिए लोग बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर के चक्कर लगाते रहते हैं फिर भी उन्हें मनचाहा रिजल्ट नहीं मिलता. (वैसे यह अलग बात है कि मनचाहा रिजल्ट केवल बंगाली बाबा के पास मिलता है.)
गजब बात यह है कि श्रीनाथ के पास अपने मोबाइल फोन और ईयर फोन के अलावा कोई किताब नहीं है जब उनसे इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब वह स्टेशन पर लोगों का सामान होता था तो कान में ईयर फोन लगाकर पढ़ाई की चीजें सुनता था. श्रीनाथ ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी जद्दोजहद की है इससे पहले श्रीनाथ तीन बार परीक्षा में बैठा है मगर चौथी बार में उसने जी तोड़ मेहनत कर यह सफलता हासिल कर ली है. अगर श्रीनाथ अब इंटरव्यू भी क्लियर कर लेते हैं तो वे लैंड रेवेन्यू डिपार्टमेंट में बतौर विलेज फील्ड असिस्टेंट नियुक्त किए जाएंगे.
श्रीनाथ दसवीं पास हैं और मन्नार के रहने वाले हैं. पर आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एर्नाकुलम उनका नजदीकी रेलवे स्टेशन है जिस पर भी 2016 में ही डिजिटल इंडिया के तहत रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई सुविधा शुरू की गई थी. इस सुविधा को फ्री रखा गया था जिसे कोई भी व्यक्ति स्टेशन पर इस्तेमाल कर सकता है और जिसकी सबसे जबर मौज श्रीनाथ ने ली है. तो अगली बार जो आपको फ्री वाई-फाई मिले और आप अपने ब्राउज़र की incognito window खोल रहे हो तो श्रीनाथ की इस स्टोरी को ध्यान करले. हो सकता है आपका इरादा बदल जाए.