फिर भी

गाजियाबाद में लगाए जाएंगे अब जादूई कूड़ेदान

आपने बचपन में अलादीन की कहानी सुनी होगी जिसमें अलादीन के सामने आते ही एक गुफा के दरवाजे अपने आप खुल जाते थे। इसी प्रकार आज के समय में कुछ आलीशान मॉल और शो रूम में भी दरवाजे के पास आते ही वो अपने आप खुल जाते हैं। अब कल्पना करें की आप सुबह एक अच्छे नागरिक का फर्ज निभाते हुए अपने कूड़े की थैली को एक कूड़ेदान के पास लेकर जाते हैं, और उस कूड़ेदान का ढक्कन आपके पास आते ही अपने आप खुल जाता है। तो चौंकिए नहीं, यह कल्पना नहीं है, बल्कि गाजियाबाद जिले में होने वाली एक वास्तविक बदलाव है, जिसे गाजियाब्द नगर निगम के द्वारा होने वाला है।

 

स्मार्ट बिन:

गाजियाबाद नगर निगम में इस प्रकार के कूड़ेदान लगाने का प्रस्ताव किया गया है जिनके पास किसी व्यक्ति के पहुँचने पर उनका मुंह या मुंह पर लगा ढक्कन अपने आप खुल जाएगा। बात यहीं खत्म नहीं होती है। जब यह स्मार्ट कूड़ेदान भर जाएगा तो इसकी सूचना नगर निगम के पास पहुँच जाएगी और विभाग इन कूड़ेदानों को खाली करवाने की व्यवस्था करवा लेगा। जैसे ही निगम के कंट्रोल रूम के पास कूड़ेदान के भरने की सूचना, उसमें लगे सेंसर के द्वारा मिलेगा, निगम कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी भेज देगा।

इस प्रकार यह सारा खेल उन सेंसरोन का है जो इन स्मार्ट कूड़ेदानों में लगाए जाएँगे। यह सेंसर व्यक्ति के पास आने की सूचना और कूड़ेदान के भरे जाने की सूचना नगर निगम के कंट्रोल रूप में प्रेषित कर देंगे। नगर निगम के कंट्रोल रूम में सूचना के आते ही वहाँ से एक गाड़ी नियत स्थान पर भेज दी जाएगी जो इन कूड़ेदानों को खाली करके दोबारा इस्तेमाल लायक बना देंगे। वर्तमान स्थिति में कूड़ेदान को दिन में एक बार ही पूरा भर जाने के बाद ही उसे अगले दिन खाली किया जाता है। इस प्रकार यह मोदी जी के स्वच्छ भारत की दिशा में एक अनोखा कदम माना जा रहा है।

इस प्रयास के माध्यम से गाजिबाद को पूरी तरह से एक स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में उठाए जाने वाला यह कदम एक ठोस प्रयास है। गाजिबाद इस प्रकार के स्मार्ट बिन पूरे शहर में लगाने का मन बनाए हुए है। लेकन अभी पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ चुने हुए शहरों में इन्हें लगाया जाएगा। इन इलाकों में इस प्रयास के सफल होने पर ही इन्हें पूरे गाजियाबाद में लगाया जाएगा।

कहाँ लगेंगे स्मार्ट बिन:

अभी फिलहाल पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में गाजियाबाद के वसुंधरा और वैशाली के 1056 एकड़ क्षेत्र में इन स्मार्ट बिन का प्रयोग किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर एरिया आधारित विकास के रूप में 1625.05 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा।

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने 18 योजनाओं के द्वारा पूरे शहर को एक स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बनाई है और स्मार्ट बिन उन्हीं योजनाओं का एक भाग है। इन योजनाओं में दूसरा मॉडल पैन सिटी का है। इसमें सात योजनाओं के माध्यम से पूरे शहर को स्मार्ट बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस कार्य के लिए इस मॉडल में 615.15 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। दोनों मॉडल को मिलाकर लगभग 2240.20 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

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