अब आप मुंबई से पुणे तक का सफर मात्र 20 में तय कर पाएंगे. जी हां! आपने बिलकुल सही सुना. भारत में जबसे भाजपा की सरकार आयी है तबसे क्या कब होगा पता ही नही चलता. इसलिए, अब सिर्फ 20 मिनट में मुंबई-पुणे यात्रा को पार करना संभव है। परिवहन के लिए हाइपर-लूप तकनीक पेश की जाएगी.
दुनिया की सबसे तेज़ चलने वाली रेल का रिकार्ड 581 किलोमीटर प्रति घंटा का है जो जापान की जे आर – मैगलेव MLX01 (चुम्बकीय रेल) ने बनाया है; वर्तमान में दुनियाभर में लगभग 3500 किलोमीटर लंबा तेज गति से चलने वाली रेल के लिये लौहपथ तैयार है जिसमें से 1540 किलोमीटर तो केवल फ़्रांस में ही है। यह यूरोप के तीन चौथाई तीव्र गति रेललाइन के बराबर है।
हाइपरलूप ट्रेन चुंबकीय शक्ति पर आधारित तकनीक है. जिसके अंतर्गत खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) पारदर्शी ट्यूब बिछाई जाती है. इसके भीतर बुलेट जैसी शक्ल की लंबी सिंगल बोगी हवा में तैरते हुए इसमें घर्षण नहीं होता है इसलिए इसकी गति 1200 किलोमीटर/घंटा से भी अधिक हो सकती है. विजयवाड़ा से अमरावती के बीच चलेगी देश की पहली हाइपरलूप दोनों शहरों के बीच की एक घंटे की यात्रा घटकर केवल पांच-छह मिनट की रह जाएगी.
इस प्रॉजेक्ट के लिए आंध्र प्रदेश सरकार ने अमेरिका की एक कंपनी के साथ समझौता किया है. बुलेट ट्रेन के बाद, भारत में यात्रा के लिए एक और तेजी से चलती प्रौद्योगिकी होगी. यह तकनीक हाइपरलॉप तकनीक है इसलिए, सिर्फ 20 मिनट में मुंबई-पुणे यात्रा को पार करना संभव है. परिवहन के लिए हाइपर-लूप तकनीक पेश की जाएगी.
हाइपर लूप वन और राज्य सरकार ने इस संबंध में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. पहला प्रयोग मुंबई, पुणे में किया जाएगा. मुंबई पुणे एक्सप्रेसवे सबसे व्यस्त मार्ग है. बरसात के मौसम में ढहने का डर रहता हैं क्योंकि इन दोनों शहरों के व्यापार के लिए महत्वपूर्ण हैं, ट्रैफिक जाम सस्ती नहीं था, इसलिए यह नई तकनीक बहुत उपयोगी है लेकिन अभी यह तय नहीं कि वास्तव में इसे कितना समय लगेगा.
[स्रोत- बालू राऊत]