भारत में मध्यमवर्गीय व्यक्ति अपनी जमा-जथा को बैंक में रखकर ही संतुष्ट होता है। पिछले कुछ वर्षों में भारत के सभी बैंकों में यह नियम लागू हो गया था की जिसके अनुसार आपको आपने बचत खाते में हर समय एक न्यूनतम राशि रखनी अनिवार्य होती है। ऐसा न होने की स्थिति में बैंक उन खातों की जमा रकम से शुल्क वसूल करने का अधिकारी होता था। कुछ स्थितियों में यह शुल्क के नियमित रूप से कटने से खाते की रकम शून्य भी हो जाती थी।
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प्रधानमंत्री जन-धन एकाउंट:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘भारत में वित्तिय समावेशन’ मिशन के अंतर्गत, प्रत्येक परिवार में एक बैंक खाता का स्वप्न साकार करने के प्रयास किया। इस परियोजना की घोषणा 15 अगस्त 2014 में की गई और 28 अगस्त 2014 से इस मिशन पर काम शुरू हो गया। इस परियोजना की सफलता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है की पहले ही दिन इस योजना के अंतर्गत लगभग 1.5 करोड़ बैंक खाते खुल गए। इस एकाउंट में खाता धारी को कोई भी न्यूनतम राशि रखने की आवश्यकता नहीं होती है और इस एकाउंट के स्वामी को एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है।
स्माल सेविंग बैंक एकाउंट :
स्टेट बैंक ने समाज के निम्न आय वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को ध्यान में रखकर इस योजना का शुभारंभ किया है। स्माल सेविंग बैंक एकाउंट योजना के अंतर्गत कोई व्यक्ति अधिकतम 50,000 रुपए तक जमा करवा सकता है। इस खाते को रखने के लिए कोई न्यूनतम राशि का बंधन नहीं है। इस एकाउंट के अंतर्गत खाता धारी को किसी प्रकार का ब्याज नहीं मिलता है, लेकिन खाते से जुड़ी अन्य सुविधाएं जैसे ए टी एम कार्ड और डेबिट कार्ड आदि खाती धारी को बिना किसी प्रकार की सुविधा शुल्क के दिये जाते हैं। इसके अतिरिक्त एक अन्य सीमा भी इस बैंक खाते के साथ जुड़ी है। यदि आपका खाता स्माल सेविंग बैंक एकाउंट के अंतर्गत खुला है तो आप वर्ष में कुल 1,00,000 रुपए से अधिक राशि एक वर्ष में जमा नहीं करवा सकते हैं।
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बेसिक सेविंग्स बैंक एकाउंट:
स्टेट बैंक द्वारा अपने उन ग्राहकों के लिए एक वरदान है जो एक से अधिक खाते सम्हाल नहीं सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत यदि आपने ‘बेसिक सेविंग्स बैंक एकाउंट’ खोला है तो आपको अन्य कोई दूसरा एकाउंट न तो खोलने की आवश्यकता है और न ही बैंक की ओर से इस प्रकार की कोई अनुमति है। यदि आपके पास यह खाता खोलते समय कोई अन्य दूसरा एकाउंट है तो उसे 30 दिन की समय सीमा के अंदर ही बंद करना होगा। तभी आप इस बैंक की विशेष सुविधा अथार्थ बिना न्यूनतम राशि के खाता बनाए रखने का अधिकार प्राप्त कर सकते हैं।
कॉरपोरेट सैलरी एकाउंट:
जब आपके नियोक्ता आपके लिए स्टेट बैंक में आपके मासिक वेतन का एक एकाउंट खोलना चाहते हैं तो वह इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। यह एकाउंट शून्य बैलेंस पर भी खोला जा सकता है। इस प्रकार के खाता धारियों को मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा का लाभ भी दिया जाता है।
इस प्रकार स्टेट बैंक के इन खातों की मदद से अब आप अपने एकाउंट में न्यूनतम राशि को बनाए रखने की शर्त से आजाद हो सकते हैं।