बसपा अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश में अपराधियों का राज चलाने का आरोप लगाते हुये कहा है कि भाजपा सरकार आमजनता को शांति, सद्भाव और सुरक्षा का जीवन देने की पहली संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में विफल साबित हो रही है. शनिवार को बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन का लाभ प्रदेश में लोगों को नहीं मिल सका है, क्योंकि अपराध में कमी आने के बजाए से जातिवादी हिंसा की राजनीतिक विद्वेष की घटनाओं ने और भयंकर रूप धारण कर लिया है. पिछले दिनों में हुईं आपराधिक घटनाओं का संज्ञान लेते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का बेस वोट माने जाने वाले व्यापारी वर्ग के लोगों के साथ दिन-दहाड़े सनसनीखेज लूट व हत्याओं से प्रदेश दहल गया है, जिसके विरोध में व्यापारी कारोबार बंद करने को मजबूर होते नजर आ रहे हैं.
मायावती ने कहा कि सहारनपुर व मथुरा जैसी घटनाओं ने योगी सरकार के दावों की धज्जियां उड़ा दी हैं. बिजली आपूर्ति की समस्या पर भी आए दिन हिंसा और लाठीचार्ज हो रही है. उन्होंने कहा कि अपराधियों को समझाने के लिए आश्वासन व भाषण नहीं, सिर्फ कानून की भाषा की जरूरत होती है लेकिन, सरकार न तो यह बात समझ पाई और न ही कानून के पालन के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति दिखा पाई है.
बसपा अध्यक्ष ने परिवर्तन का वादा करने वाली भाजपा सरकार के लिए इसे चिंता का विषय बताया कि पुलिस अधिकारी तक पीटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे ज्यादातर मामलों में भाजपा के लोगों का ही षड़यंत्र नजर आ रहा है. मायावती ने कहा कि इसी वजह से भाजपा सरकार आरोपियों के प्रति लाचार दिख रही है. बसपा अध्यक्ष ने इसे भाजपा की राजनीति का हिस्सा ठहराते हुए कहा कि इसी वजह से अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य नहीं हो पा रही है और उत्तर प्रदेश अपराध प्रदेश बना हुआ है.