मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निज निवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 28 मार्च को होने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत गृह प्रवेश, 29 मार्च को होने वाले रोजगार दिवस तथा 30 मार्च को बुरहानपुर में हर घर में नल, हर नल में जल कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि किसी भी नागरिक को अपना आवास गृह मिल जाना उसके जीवन में विशेष उल्लास का क्षण होता है। आगामी 28 मार्च को प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत साढ़े पांच लाख गृह लक्ष्मियों का गृह प्रवेश हो रहा है। जिलों के कलेक्टर, जनप्रतिनिधि और हितग्राही परिवार इस अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रयास करें। मुख्यमंत्री 28 मार्च को सिवनी में इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी भी कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा आवासहीन नागरिकों के हित में संचालित इस महत्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन पर निरंतर ध्यान दिया जाए। मध्यप्रदेश में योजना के अच्छे क्रियान्वयन के लिए पूर्व में किए गए प्रयासों से जो प्रभाव अन्य राज्यों के समक्ष उत्पन्न किया है, उसे कायम रखा जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रत्येक जनपद,जिला और ग्राम स्तर पर कार्यक्रम में विधायक,सांसद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत के हितग्राही योजना का लाभ ले रहे हैं, इस नाते जहां गृह प्रवेश होना है, वहां दीप जलाने और रंगोली से सज्जा का कार्य भी किया जाए। ग्रामों में सरपंच अथवा ग्राम के बुजुर्ग या प्रतिष्ठित को मुख्यअतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाए। कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था भी की जाए।
प्रधानमंत्री आवास योजना में वर्ष 2021-22 में निर्मित 5.50 लाख गृह लक्ष्मियों का गृह प्रवेश का राज्य स्तरीय कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की वर्चुअल उपस्थिति से गरिमामय होगा। प्रदेश की 18 हजार 298 ग्राम पंचायतों जिसमें नवीन आवासों का निर्माण हुआ है, गृह प्रवेश कार्यक्रम विभिन्न जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में उत्साह पूर्वक सम्पन्न होगा। समस्त 22 हजार 710 ग्राम पंचायतों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। जिला पंचायत,जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के संबोधन से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियों का संबोधन भी होगा।
मुख्यमंत्री ने रोजगार दिवस की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि आज युवाओं के लिए रोजगार सबसे बड़ी जरूरत है। स्वरोजगार योजनाओं से जरुरतमंद युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने के लिए प्रत्येक माह रोजगार दिवस मनाया जा रहा है। इस माह राज्य स्तरीय कार्यक्रम 29 मार्च को होगा। हर महीने राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक बुलाकर समीक्षा का कार्य भी चलेगा जिससे स्वरोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन में कमियां न रहें। आगामी 24 मार्च को राज्य स्तरीय समिति की बैठक में इस वित्त वर्ष के लक्ष्यों की पूर्ति की विस्तार से समीक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वित्त वर्ष के अंत में स्वरोजगार योजनाओं की जिलावार समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में वर्तमान वित्त वर्ष के लक्ष्य की प्राप्ति के साथ ही आगामी वित्त वर्ष के एक लाख हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लक्ष्य के निर्धारण के परिप्रेक्ष्य में अच्छे परिणामों के लिए वित्त वर्ष के प्रारंभ से ही अधिकतम प्रयास किए जाएं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय विकास विभाग सूक्ष्म ,लघु और मध्यम उद्यम विभाग, ग्रामोद्योग विभाग और राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के संयुक्त प्रयासों से इस माह के रोजगार दिवस के लिए जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 25 फरवरी को शहडोल में हुए राज्य स्तरीय रोजगार दिवस के फलस्वरूप प्रदेश के इंदौर जिले में 36 हजार, जबलपुर जिले में 23 हजार, सतना जिले में 21 हजार और ग्वालियर एवं सागर जिले में 20-20 हजार युवाओं को स्वरोजगार का लाभ मिला है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सिंगरौली और अलीराज पुर जैसे जिलों में भी मुद्रा योजना सहित अन्य योजनाओं में हितग्राहियों को लाभान्वित करने के प्रयास तेज किए जाएं। गत माह के रोजगार दिवस से लेकर इस माह में अब तक तीन सप्ताह की अवधि में एक लाख हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है। इसके पहले 12 जनवरी को हुए रोजगार दिवस के फलस्वरूप सवा पांच लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इस तरह करीब दो माह की अवधि में 11 लाख से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ने में सफलता मिली है।
बैठक में सचिव सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम श्री पी नरहरि ने बताया कि रोजगार दिवस के लिए सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर राशि वितरण की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत बुरहानपुर में 30 मार्च को होने वाले “हर घर में नल, हर नल में जल” कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण के लिए अभियान के तौर पर प्रयास किये जायें। पानी रोकने का कार्य अति महत्वपूर्ण है। जल संरक्षण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाए। प्रदेश में जल संरचनाओं को बनाने का कार्य प्राथमिकता से करें। जल शक्ति से ही जनजीवन है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम की तैयारी जिम्मेदारीपूर्वक करें। कार्यक्रम के आयोजन में कोई कमी नहीं रहे। उन्होंने बुरहानपुर कलेक्टर से कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्य कार्यक्रम में वे जल कलश यात्रा के माध्यम से शामिल होंगे। उन्होंने ग्रामों में जल कलश पूजन एवं जल संरक्षण की शपथ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन और पानी रोकने कार्य को अभियान के तौर पर लें। इसके लिए कार्य योजना बनायें।
बैठक में बताया गया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत बुरहानपुर जिले में 215 ग्रामों के लिए नलजल योजनाओं की स्वीकृति की गई है। जिले में 72 उच्च स्तरीय टंकी एवं 107 सम्वैं ल निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा 646 किलोमीटर पाईप लाइन बिछाई जाएंगी। जिले के एक लाख एक हजार 905 परिवारों में हर घर जल पहुंचाने का लक्ष्य है। समस्त योजनाओं के संचालन-संधारण एवं टैक्स वसूली का कार्य स्वयं सहायता समूह को सौंपा जाएगा। जल जीवन मिशन के लिए 129.45 करोड़ राशि स्वीकृत की गई है। इस योजना के तहत 53 नवीन स्कीम, 161 रेट्रोफिटिंग और 418 नलकूपों का निर्माण और 1195 स्कूल तथा आंगनवाड़ियों में पेयजल व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत में धार्मिक स्थल से कार्यक्रम स्थल तक ग्राम का भ्रमण करते हुए जल कलश यात्रा निकाली जाएगी।
फिर भी न्यूज जितेन्द्र सिंह